scriptRath Yatra Mela: भगवान जगन्नाथ, भैया बलभद्र और बहन सुभद्रा संग नगर भ्रमण पर निकले, जयकारे से गूंजी काशी | Rath Yatra Mela Lord Jagannath on city tour with Brother Balabhadra and Sister Subhadra | Patrika News

Rath Yatra Mela: भगवान जगन्नाथ, भैया बलभद्र और बहन सुभद्रा संग नगर भ्रमण पर निकले, जयकारे से गूंजी काशी

locationवाराणसीPublished: Jun 30, 2022 07:19:08 pm

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

नाथों के नाथ भगवान जगन्नाथ की पूजा का मौका, रथयात्रा मेला शुक्रवार से शुरू हो जाएगा। काशी के लक्खा मेला में शुमार इस रथयात्रा मेला के साथ ही पर्व-त्योहारों का मौसम शुरू होगा। इसका आगाज आज भगवान जगन्नाथ, बड़े भैया बलभद्र और बहन सुभद्रा की पालकी यात्रा या नगर भ्रमण के साथ हुआ। इस मौके पर अस्सी स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर से रथयात्रा तक जयघोष होता रहा।

प्रभु जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भैया बलभद्र

प्रभु जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भैया बलभद्र

वाराणसी. भक्तों के अतिशय स्नेह स्नान से बीमार पड़े भगवान जगन्नाथ पखवारे भर बाद स्वस्थ हुए तो पूरे राजसी ठाट से उनकी शोभायात्रा यानी पालकी यात्रा निकाली गई। इसके तहत गुरुवार को भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और बड़े भाई बलभद्र संग डोली (पालकी) पर सवार होकर मन फेर करने नगर भ्रमण पर निकले।। दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे भक्तों ने प्रभु जगन्नाथ की डोली का शृंगार किया। नगर भ्रमण के पहले भगवान जगन्नाथ, भैया बलभद्र और बहन सुभद्रा की आरती उतारी गई। भगवान की डोली को लाल वस्त्र और रंग बिरंगे फूलों से सजाया गया। अस्सी स्थित मंदिर परिसर ही नहीं पूरा क्षेत्र भगवान जगन्नाथ के जयकारे से गूंज उठा। इस बार भक्तों में कुछ ज्यादा ही उत्साह नजर आया क्योंकि भगवान की ये यात्रा दो साल के कोरोना काल के बाद निकली है। ऐसे में भगवान की डोली उठाने को भक्तो में होड़ सी लगी रही।
डमरू की गड़गड़ाहट और जय जगन्नाथ के उद्घोष से गूंज उठा पूरा मंदिर परिसर

भगवान की डोली यात्रा के लिए भक्तों की भीड़ दोपहर से ही अस्सी स्थित जगन्नाथ मंदिर में उमड़ गई थी। डमरू की गड़गड़ाहट और जय जगन्नाथ के उद्घोष से पूरा मंदिर परिसर गूंज उठा। बैंड-बाजे के साथ मंदिर के गर्भगृह की परिक्रमा कर डोली यात्रा निकाली गई। ढोल-तासा, बैंड-बाजा और शहनाई की धुन के बीच श्रद्धालुओं के जयकारे से वातावरण भक्तिमय हो उठा। जग के पालनहार पालकी पर सवार होकर निकले तो ऐसा प्रतीत हुआ मानों समूची काशी ही अपने देव के दर्शन-पूजन के लिए उमड़ पड़ी हो।
ये भी पढें- स्वस्थ हुए भगवान जगन्नाथ, आज निकलेगी डोली यात्रा, कल से शुरू होगा मेला, जानें काशी और पुरी का 331 साल का कनेक्शन

भगवान जगन्नाथ की पालकी यात्रा
भगवान जगन्नाथ की नयनाभिराम छवि को हृदय में बसाने को भक्तों में होड़
भैया बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ श्वेत परिधान धारण किए भगवान जगन्नाथ की नयनाभिराम छवि को हृदय में बसाने की भक्तों में होड़ मच गई। भगवान जगन्नाथ के नगर भ्रमण के दौरान रास्ते भर भक्त पुष्प वर्षा करते रहे। जयकारे लगाते रहे। प्रभु जगन्नाथ की इस डोली यात्रा में बैंड-बाजा का भी इंतजाम रहा जो भक्ति संगीत की धुन सुनाते रहे।
भगवान जगन्नाथ की पालकी यात्रा
डोली उठाने को लगी होड़

जगत के पालनहार भगवान जगन्नाथ की डोली उठाने को भक्तों में होड़ सी मची रही। प्रभु की ये डोली यात्रा मंदिर परिसर से निकलकर अस्सी चौराहा, पद्मश्री चौराहा, दुर्गाकुंड होते हुए नवाबगंज, खोजवां बाजार, शंकुलधारा पोखरा, बैजनत्था होते हुए रथयात्रा स्थित बेनीराम के बगीचे में पहुंची। वहां जगन्नाथ मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी शापुरी परिवार के लोगों ने परंपरागत ढंग से भगवान की आरती उतारी।
भगवान जगन्नाथ की पालकी यात्रा
मध्य रात्रि में रथ पर विराजमान होंगे प्रभु कल से मेला शुरू

अब मध्य रात्रि में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की काष्ट प्रतिमाओं को रथयात्रा चौराहे पर पहले से विराजमान सुसज्जिद रथ पर विराजमान किया जाएगा। शुक्रवार की सुबह मंगला और भोग आरती के बाद प्रभु के दर्शन सुलभ हो जाएंगे।
मेला क्षेत्र में सज गईं नानखटाई की दुकानें
मेला क्षेत्र में नानखखटाई की दुकानें सज चुकी हैं। गृहस्थी के सामानों की दुकानें भी लगाई गई हैं। साथ ही बच्चो के मनोरंजन के लिए झूला, तमाशा का भी इंतजाम किया गया है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो