scriptकाशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा और स्वच्छता को नए सिरे से कवायद, मंदिर प्रशासन के प्रस्ताव को शासन ने ठुकराया | Renewed exercise for safety and cleanliness of Kashi Vishwanath Dham | Patrika News

काशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा और स्वच्छता को नए सिरे से कवायद, मंदिर प्रशासन के प्रस्ताव को शासन ने ठुकराया

locationवाराणसीPublished: May 29, 2022 02:38:08 pm

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

काशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा और सफाई को लेकर अब मंदिर प्रशासन नए सिरे से कवायद में जुट गया है। वजह कि विधानसभा चुनाव के पहले मंदिर प्रशासन ने जिन कंपनियों को बाबा धाम की सुरक्षा व सफाई के लिए चुना था उसे शासन ने खारिज कर दिया है।

काशी विश्वनाथ धाम

काशी विश्वनाथ धाम

वाराणसी. काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद से ही उसकी सुरक्षा और साफ-सफाई को लेकर मंदिर प्रशासन ही नहीं प्रदेश शासन व केंद्र सरकार भी चिंतित है। वजह कि धाम का रकबा भी बढ़ गया है। ऐसे में 5200 वर्ग मीटर क्षेत्रफल वाले परिसर की मुकम्मल सुरक्षा आसान नहीं वो भी ऐसी सुरक्षा जिससे दर्शनार्थियों को किसी तरह की असुविधा भी न हो। ऐसे में स्थानीय मंदिर प्रशासन ने विधानसभा चुनाव से पहले ही एक एजेंसी का चयन किया था और उसे उत्तर प्रदेश शासन की मंजूरी के लिए भेजा गया था। तब तक आचार संहिता लागू हो गई तो मामला ठंडा पड़ गया। अब मंदिर प्रशासन के प्रस्ताव को शासन ने खारिज कर दिया है। लिहाजा अब मंदिर प्रशासन नए सिरे से इसकी कवायद में जुट गया है।
एमआईटूसी व डस्टर्स कंपनियों का चयन रद्द

बता दें कि विश्वनाथ धाम की संपत्तियों की सुरक्षा और साफ-सफाई का जिम्मा मंदिर प्रशासन ने खुद अपने हाथ में ले रखा है। इसकी मंजूरी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मिल चुकी है। मुख्यमंत्री ने मंदिर प्रशासन को स्वतंत्र एजेंसी का चयन कर उससे काम कराने की सलाह दी है। ऐसे में काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद ने ई-टेंडर के मार्फत दिल्ली की कंपनी, एमआईटूसी को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपने को चुना था। साथ ही धाम परिसर की सफाई के लिए लखनऊ की एजेंसी, डस्टर्स को चुना था। लेकिन इन दोनों कंपनियो का प्रस्ताव शासन स्तर से खारिज हो गया है। जानकारी के मुताबिक इससे संबंधित पत्र काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद को प्राप्त हो गया है।
विश्वनाथ धाम की 30 से ज्यादा संपत्तियों की सुरक्षा बड़ा सवाल

दरअसल विश्वनाथ धाम की 30 से अधिक छोटी-बड़ी संपत्तियों की सुरक्षा और 5200 वर्ग मीटर की साफ-सफाई का मासला बड़ा है। मौजूदा हालात में तो सुरक्षा का सवाल और भी महत्वपूर्ण हो चला है। शासन इस पर काफी गंभीर है। अभी शनिवार को ही सीआईएसफ की विशेषज्ञ टीम ने पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश संग मिल कर धाम की सुरक्षा को लेकर लंबी वार्ता की। वार्ता से पहले धाम का चप्पा-चप्पा छान मारा। सीआईएसएफ ने धाम की सुरक्षा कैसी हो इसका ब्लू प्रिंट भी दिखाया। सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि सुरक्षा का काम किसी ऐसी एजेंसी को दिए जाने पर मंथन चल रहा है कि धाम की सुरक्षा में किसी तरह का समझौता किए बिना दर्शनार्थियो की सुविधा का भी ख्याल रखा जा सके।

ट्रेंडिंग वीडियो