लूट का माल जब्त पुलिस के अनुसार विवेचना के दौरान सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस सेल की मदद से सनसनीखेज घटना का खुलासा किया गया। डीसीपी ने बताया की गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस से पूछताछ में अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। उनकी निशानदेही पर लूटी गई सामग्री, हत्या में प्रयोग की गई रस्सी और गमछा बरामद कर लिया गया है। डीसीपी ने बताया कि लुटेरों ने काफी सामान बेच दिए थे। बेची गई सामग्री से प्राप्त 11300 रुपए भी बरामद हुए हैं।
इस तरह की हत्या डीसीपी के अनुसार गिरफ्तार पिता-पुत्र ने पूछताछ में बताया की पहले रिटायर्ड रेलवे ऑफिसर के हाथ-पैर रस्सी से बांधा गया फिर मुंह दबाया गया। इसके बाद गमछा से गले को दबाकर धारदार हथियार से सिर पर वार कर उन्हें मौत की नींद सुला दिया। फिर इत्मीनान से सारा समान समेटकर दरवाजे को बाहर से बंदकर निकल गए।
पुलिस लेगी कस्टडी रिमांड डीसीपी काशी जोन ने बताया कि आरोपी पिता-पुत्र का अपराधिक इतिहास को खंगाला जा रहा है। पुलिस कस्टडी रिमांड लेने के लिए न्यायालय में प्रार्थना पत्र भी दिया जाएगा। कस्टडी में लेकर इन से गहन पूछताछ कर, गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी।
हत्याकांड का खुलासा करने वाले पुलिसकर्मी पुरस्कृत
इस ब्लाइंड मर्डर को खोलने के लिए टीम की डीसीपी काशी जोन ने अपनी ओर से 25000 रुपए नगद राशि इनाम देने की घोषणा की है। खुलासा करने वाली टीम में यह रहे शामिल
खुलासा करने वाली पुलिस टीम में रामनगर से प्रभारी निरीक्षक अश्वनी पांडेय, एसएसआई विजय कुमार यादव, दरोगा राकेश कुमार सिंह, कांस्टेबल सुमित कुमार यादव, कांस्टेबल शशि कुमार, कांस्टेबल आदर्श सिंह और कांस्टेबल रणधीर गौड़ शामिल रहे। वहीं क्राइम ब्रांच से सर्विलांस प्रभारी अंजनी कुमार पांडेय, दरोगा बृजेश कुमार मिश्र, दरोगा राजकुमार पांडेय, हेड कांस्टेबल जितेंद्र सिंह, हेड कांस्टेबल विवेक मणि त्रिपाठी, हेड कांस्टेबल प्रमोद सिंह, हेड कांस्टेबल संतोष शाह, कांस्टेबल अमित शुक्ला, कांस्टेबल आलोक मौर्या, कांस्टेबल नीरज मौर्या, कांस्टेबल सूरज सिंह, कांस्टेबल शक्तिधर पांडेय, कांस्टेबल अनूप कुशवाहा, कांस्टेबल मृत्यून्जय सिंह, कांस्टेबल बालमुकुंद मौर्या और हेड कांस्टेबल चालक उमेश सिंह शामिल थे।
ये रहा घटनाक्रम मूल रूप से बिहार के सासाराम के निवासी रेलवे के रिटायर्ड अफसर अक्षयवर नाथ वर्मा (67) की रामनगर (वाराणसी) स्थित उनके मकान में घुसे बदमाशों ने सिर पर वार कर 20 मई को हत्या कर दी थी। घटना के बाद पूरे घर को हमलावरों ने खंगाला था। घटना की जानकारी होने पर उनके एक परिचित उनके घर पहुंचे तो काफी आवाज लगाने पर भी कोई आवाज नहीं आई तो उनके किरायदार और परिचित ने दरवाजा खोला। कमरे का हाल देख सभी दंग रह गए। अक्षयवर नाथ खून से लथपथ होकर जमीन पर गिरे मिले थे।