जिले के सबसे बड़े और चर्चित हत्याकांड में से एक राजू पाल हत्याकांड में अशरफ मुख्य आरोपी है। अशरफ इसके पहले 2005 में राजू पाल की हत्या कांड के बाद भी फरार हुआ था उस समय अशरफ पर सूबे की तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती के निर्देश पर दो लाख का इनामियां घोषित किया गया था । उस समय लंबी फरारी के बाद 2010 में अशरफ की गिरफ्तारी दिल्ली से की गई थी। हालांकि बाद में उसे जमानत मिल गई। जिसके बाद भी अशरफ का नाम कई बड़े मामलों में लेकिन 2017 में विधानसभा चुनाव के दौरान ही अशरफ फरार हो गया।
अशरफ पर पुलिस ने तीन साल की फरारी में 50 हजार का इनाम घोषित किया। लेकिन नवनियुक्त एसएसपी अनिरुद्ध ने प्रयागराज पहुंचते ही बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद सहित उनके गुर्गों की सूची तलब की है। मंगलवार की देर रात एसएसपी के निर्देश पर ढाई लाख का इनाम घोषित करने की संस्तुति कर दी गई है। एसएसपी ने अशरफ को जल्द पकड़ने के लिए इनाम को बढ़ाने की संस्तुति की है। तीन सालों में प्रयागराज में तैनात हुए पुलिस अधिकारियों ने बार-बार यह दावा किया कि अशरफ की तलाश के लिए पुलिस की सभी यूनिट लगी हुई है। इसमें एसटीएफ क्राइम ब्रांच यूपी पुलिस शामिल है, लेकिन किसी को अशरफ की गिरफ्तारी करने में कामयाबी नहीं हासिल हुई।
प्रयागराज जोन की पुलिस के पास मौजूदा इनामियों की सूची में सबसे ऊपर डकैत बबुली कोल का नाम है। जिसके ऊपर पांच लाख का इनाम घोषित किया गया है। इसके बाद अब ढाई लाख का इनाम अशरफ पर घोषित करने की संस्तुति की गई है। तीसरे नंबर पर गौरी यादव चंबल का डकैत शामिल है जिस पर सवा लाख का इनाम है। चंबल का कुख्यात डकैत लवलेश कोल पर एक लाख का इनाम घोषित है। बाहउद्दीन डकैत पचास हजार का इनाम घोषित है।
BY- PRASOON PANDEY