मशहूर रंगकर्मी रती शंकर त्रिपाठी ने पत्रिका से बातचीत करते हुए ऋषि कपूर से जुड़ी यादों को साझा किया। उन्होंने ऋषि के निधन को फ़िल्म जगत के लिए बड़ी क्षति बताते हुए कहा कि दोनों के जाने से जो स्पेस खाली हुआ है उसे भरा नहीं जा सकता। रती शंकर ने बताया कि करीब 20 साल पहले ऋषि कपूर ने बनारस आकर पूजा पाठ किया था और उनकी यह ख्वाहिश थी कि एक बार फिर काशी आएं और गंगा स्नान करके बाबा का दर्शन करें।
उन्होंने बताया कि कई साल पहले मुंबई में हम लोग एक फिल्म की शूटिंग कर रहे थे जिसमें ऋषि भी थे। उस दौरान उन्होंने अपनी इच्छा जताई थी कि ‘राम तेरी गंगा मैली’ फ़िल्म के बाद उनके मन में काशी जाकर गंगा में स्नान और बाबा का रुद्राभिषेक करने की ख्वाहिश बार बार आ रही थी। वह बनारस आना तो चाहते थे लेकिन हर बार किसी न किसी वजह से यह मुमकिन नहीं हो पा रहा था। यह तब की बात है जब वह बीमार भी नहीं थे। जब अनुभव सिन्हा की फ़िल्म’ मुल्क’ में की शूटिंग लखनऊ में कर रहे थे तो उस दौरान भी बनारस आना था, दो तीन दिन की शूटिंग गंगा किनारे थी, लेकिन शायद किस्मत को कुछ और ही मंज़ूर था। बीमारी की वजह से वह नहीं आ सके। नमस्ते लंदन की शूटिंग के दौरान हर की पौड़ी में गंगा स्नान कर वह बेहद खुश हुए थे।
हालांकि कुछ समय पहले जब ऋषि कपूर लंदन में अपना इलाज करा रहे थे तो उस दौरान बेटे रणबीर कपूर और आलिया भट्ट फिल्म ब्रह्मास्त्र की शूटिंग के लिए बनारस आए थे। रणवीर ने काशी विश्वनाथ दर्शन के बाद वीडियो कान्फ्रेंसिंग के ज़रिये सड़क से कारीडोर क्षेत्र आदि ऋषि कपूर को दिखाया था, उन्होंने बाबा को नमस्कार भी किया था। यह दृश्य देखकर ऋषि कपूर गदगद हो उठे थे। रणबीर श्रद्धा पूर्वक बाबा का प्रसाद यहां से ले गए थे।
रती शंकर ने बताया कि ऋषि कपूर से कई बार फ़िल्म सेट पर मुलाकात हुई। नमस्ते लन्दन की शूटिंग के दौरान भी और रणबीर कपूर की फ़िल्म ‘अजब प्रेम की गजब कहानी’ के सेट पर भी वह आते थे। वह एक शानदार व्यक्तित्व के मालिक थे। जिस तरह से राज कपूर ने पृथ्वीराज कपूर की थाती को संभाला ठीक उसी तरह ऋषि कपूर ने भी राज कपूर की थाती को बखूबी संभाला और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अपना भरपूर योगदान दिया। ऋषि कपूर और इरफान खान दोनों मल्टी टास्किंग एक्टर थे और हर तरह के रोल में अपनी छाप छोड़ी।