बताते हैं कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मनबढ़ सफाई पर्वेक्षक की मनमानी से आम दर्शनार्थी तो परेशान थे ही अब वीवीआईपी भी उसके निशाने पर आ गए हैं। यह पर्यवेक्षक ही है जिसने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को गर्भगृह में प्रवेश से रोक दिया था। अब ताजा मामले में इस पर्वेक्षक ने तमिलनाडु के सांसद को चलती पूजा से उठा दिया। लगातार बढ़ रही पर्वेक्षक के मनमानी से क्षेत्रीय नागरिक व दैनिक दर्शनार्थी भी परेशान हैं। उन्होंने इस कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर जल्द ही कमिश्नर को ज्ञापन देने का मन बना लिया है। व्यापार मंडल के उपाध्यक्ष नवीन गिरी और भाजपा नेता मुन्ना पाठक ने संयुक्त रूप से बताया की सफाई पर्वेक्षक की मनमानी और इस रवैये से इसके ऊपर इतनी शिकायत दर्ज है फिर भी अब तक कोई कार्रवाई न होने से उसका मनोबल लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
आलम यह है कि तमिलनाडु, बैंगलोर, दिल्ली, सहित कई शहरों से आये भक्तो ने भी इसके इस व्यवहार से धर्मार्थ मंत्री सहित सीएम एप्प के माध्यम से शिकायत की पर कोई कार्रवाही नही हुई। आखिर ऐसा क्या है कि अधिकारी एक मामूली सफाई पर्वेक्षक पर अधिकारी कार्यवाही क्यों नही कर रहे है।