काशी के शिवालयों में सावन की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। कोरोना संक्रमण के कारण पिछले साल की तरह ही कोरोना प्रोटोकॉल के अनुसार दर्शन पूजन का इंतजाम रहेगा। सावन माह में हर बार की तरह इस बार झांकी दर्शन की व्यवस्था रहेगी। काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए कमिश्नर ने अधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि भक्तों को किसी प्रकार की परेशानी हुई तो अधिकारियों का नपना तय है। पीएसपी प्रोजेक्ट लिमिटेड कंपनी मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के प्रवेश और निकास के अलग-अलग व्यवस्था करेगी। मंदिर के आसपास वाली गलियों को सही करने के निर्देश नगर निगम को दिया गया है। प्रकाश व्यवस्था के लिए पर्याप्त लाइटिंग करने लगी रहेगी। दर्शनार्थियों के लिए उचित इंतजाम किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
इस तरह रहेगी आने जाने की व्यवस्था मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि मैदागिन से आने वाले श्रद्धालुओं को गेट नंबर 4 छत्ता द्वार होते हुए मंदिर में भेजा जाएगा। इसके बाद मंदिर परिसर के गेट ए से प्रवेश देकर गर्भगृह के पूर्वी प्रवेश द्वार पर जल चढ़ाने की व्यवस्था की जाएगी। ढुंडीराज गली, बांस फाटक से आने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर के गेट डी से प्रवेश देकर गर्भगृह के पश्चिमी द्वार पर जल चढ़ाने की व्यवस्था की जाएगी। इसी तरह सरस्वती फाटक की ओर से आने वाले दर्शनार्थियों को गर्भगृह के दक्षिणी द्वार पर और वीआईपी के अलावा सुगम दर्शन के टिकट धारकों को गेट सी से प्रवेश कराकर गर्भगृह के उत्तरी द्वार पर दर्शन कराया जाएगा।
ऑनलाइन पूजन और अभिषेक की व्यवस्था श्रद्धालु सावन में घर बैठे बाबा का ऑनलाइन पूजन व अभिषेक कर सकेंगे। मंदिर में कोविड प्रोटोकॉल के साथ दर्शन होंगे। भक्तों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए काशी विश्वनाथ मंदिर में अलग-अलग प्रवेश और निकास द्वार बनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काशी विश्वनाथ मंदिर में निरीक्षण के दौरान सावन में श्रद्धालुओं के लिए खास इंतजाम करने के निर्देश दिए थे। मंदिर क्षेत्र में चल रहे कार्यों को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है। श्रद्धालुओं के लिए रेड कार्पेट का इंतजाम किया जाएगा। काशी विश्वनाथ, कर्दमेश्वर महादेव, जागेश्वर, मृत्युंजय, तिलभांडेश्वर, गौरी के दारेश्वर, बीएचयू विश्वनाथ, भीमाशंकर, सारंगनाथ, गौतमेश्वर, रामेश्वर समेत शहर के सभी शिवालयों में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
251 में प्रसाद सावन महीने में श्रद्धालुओं को घर बैठे बाबा विश्वनाथ का प्रसाद मिलेगा। डाक विभाग के काउंटर से 251 रुपये जमा करके श्रद्धालु बाबा का प्रसाद प्राप्त कर सकेंगे। काशी विश्वनाथ मंदिर में हर सोमवार को जलाभिषेक के लिए यादव बंधुओं ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। परंपरा के अनुसार यादव बंधु बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करते हैं। कोविड संक्रमण को देखते हुए इस बार सिर्फ पांच-पांच लोग ही जलाभिषेक करेंगे।