अनलॉक 5.0 के बाद सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक कई पाबंदियों के साथ उत्तर प्रदेश में सोमवार से कक्षा 9 से 12 तक के स्कूल खोले गए। हालांकि स्पष्ट गाइडलाइन है कि छात्रों को स्कूल आने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा। अभिभावकों की लिखित सहमति के बाद ही छात्र स्कूल आ सकेंगे। इसके अलावा ऑनलाइन कक्षाएं भी पहले की तरह ही चलती रहेंगी। संक्रमण से बचाव के मद्देनजर फिलहाल 50% छात्रों को ही स्कूल बुलाए जाने की अनुमति दी गई है।
वाराणसी में स्कूल गेट के बाहर बाकायदा कैंप लगाकर छात्रों से पहले अभिभावकों का सहमति पत्र लिया जा रहा था उसके बाद हैंड सेनीटाइज व थर्मल स्क्रीनिंग कर उन्हें अंदर प्रवेश दिया जा रहा था। तकरीबन इसी तरह का नजारा हर स्कूल के बाहर देखने को मिला। हालांकि तमाम इंतजाम के बावजूद स्कूलों में छात्रों की संख्या बेहद कम नज़र आई। कई कक्षाओं में एक या दो छात्र ही स्कूल पहुंचे। कुछ स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए हॉल में कक्षाएं लगाकर छात्रों को बैठाया गया। कई स्कूलों में ऑटोमेटिक हैंड सेनीटाइजर शन मशीनें लगाई गई। स्कूलों में शिक्षक भी छात्रों को संक्रमण से बचाव के लिए जागरूक करते दिखे। स्कूलों में इंतजाम देखने और एहतियात के तौर पर बहुत सारे अभिभावक अपने बच्चों को खुद लेकर स्कूल पहुंचे हालांकी गाइड लाइन में भी अभिभावकों से बच्चों को खुद स्कूल लाने और ले जाने को कहा गया है।