वाराणसी. स्थानीय संस्कृत विद्यालय में छात्र संग अप्राकृतिक दुष्कर्म के प्रयास करने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि इस अप्राकृतिक दुष्कर्म का विरोध करने वाले छात्र की जम कर पिटाई की गई। किसी तरह से छात्र की पिटाई का वीडियो वायरल हो गया। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कार्यवाहक प्राचार्य ने दो लोगों को निलंबित कर दिया है।
घटना अस्सी स्थित मुमुक्ष भवन परिस के माध्यमिक संस्कृत विद्यालय की है। विद्यालय में छात्रावास भी है जिसमें 50 से ज्यादा छात्र रहते हैं। बताया जा रहा है कि गत 30 अगस्त की रात छात्रावास में रहने वाले 11 वर्षीय एक बच्चे के पेट में दर्द होने लगा। वह दवा लेने के लिए कार्यवाहक प्रधानाचार्य व वार्डेन के कमरे में गया। आरोप है कि वार्डेन ने उसके कपड़े उतार दिए और अश्लील हरकत की। हालांकि छात्र मौके से किसी तरह से भागने में सफल रहा। वह हॉस्टल पहुंचा और साथियों को घटना की जानकारी दी। इसके अगले दिन यानी 31 अगस्त को सभी छात्र एकजुट होकर वार्डेन व कार्यवाहक प्रधानाचार्य के यहां विरोध दर्ज कराने पहुंचे तो अप्राकृतिक यौन शोषण के शिकार छात्र समेत कइयों को लाठी-डंडे से बुरी तरह पीटा गया। पीटने वालों में अध्यापक भी शामिल रहे।
विद्यालय प्रबंधन इस मामले को सप्ताह भर तक दबाए रखने में कामयाब रहा। लेकिन शुक्रवार 6 सितंबर को उस पिटाई वाला वीडियो वायरल होने पर क्षेत्रीय लोगों का पारा चढा और उन्होंने छात्रों संग मिल कर मुमुक्षु भवन के सामने अस्सी-लंका मार्ग को जाम कर दिया। मौके पर भेलूपुर पुलिस पहुंची। छात्रों के आक्रोश को देखते हुए विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष राधे श्याम खेमका व मंत्री कृष्ण कुमार काबरा ने कार्यवाहक प्रधानाचार्य व वार्डेन तथा साहित्य विभाग के अध्यापक राम प्रसाद द्विवेदी को निलंबित कर दिया। इसके बाद छात्रों का गुस्सा शांत हुआ। इस प्रकरण में अब तक छात्रों की ओर से पुलिस थाने में तहरीर नहीं दी है।
कोट “किसी बच्चे का यौन शोषण नहीं हुआ। मामूली बात पर बच्चों को मारा पीटा गया। इसे देखते हुए दो के खिलाफ कार्रवाई कर पूरे प्रकरण की जांच कराई जा रही है।”- कृष्ण कुमार काबरा, विद्यालय प्रबंध समिति के मंत्री
“मामले की गंभीरता को देखते हुए वित्त एवं लेखाधिकारी को जांच सौंपी गई है। रिपोर्ट आने के बाद जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”-वीपी सिंह जिला विद्यालय निरीक्षक