इंसान की एक लापरवाही से बेजुबान जानवर तड़प-तड़प के मर रहे, जानिए आपकी कौन सी गलती ले रही जानवरों की जान
वाराणसी. वो अपनी भूख शांत करने के लिए कूड़े-कचरे में मुंह मारते हैं। उनकी भूख तो शांत हो जाती है लेकिन कभी-कभी यहीं भूख उनके लिए मौत का पैगाम ले आती है। अगर घर पर शेविंग करते हैं तो यकीनन आपकी एक लापरवाही ने आपको हत्यारा बना दिया होगा। हत्यारा उन बेजुबानों की जिनकी कोई गलती नहीं थी।
आप सोच रहे होंगे की शेविंग से किसी की हत्या का क्या संबंध हो सकता है। दरअसल, जब हम घर पर शेविंग करते हैं तो ब्लेड को उपयोग करने के बाद कूड़ेदान में फेंक देते हैं। घर के कूड़ादान में मौजूद ब्लेड अन्य कचरों के साथ सड़क पर पहुंचता है। सड़क पर घूमने वाले जानवर कचरे में सब्जी के छिलके समेत खाद्य पदार्थों के लिए मुंह मारते हैं। तलवार की धार से भी तेज कचरे में मौजूद ब्लेड इस दौरान उनके गले से होते हुए आंत तक पहुंच जाता है और वे बेचारे तड़प-तड़प कर मरते हैं। पशु विभाग के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट बताती है कि प्रत्येक वर्ष हजारों की संख्या में गाय-बैल, श्वान ब्लेड के चलते असमय काल के गाल में समा रहे हैं। अधिकतर सैलून जो शेविंग के बाद ब्लेड का सही तरीके से निस्तारण नहीं करते हैं, इन बेजुबान जानवरों की मौत का कारण बनते हैं।
कूड़ा में न डाले ब्लेड
शेविंग के बाद ब्लेड को घर के कूड़ा में कदापि न डालें। घर में एक किलो का डिब्बा रखे और उसमें प्रयोग किए हुए ब्लेड को रखें। अगर आप रोज शेव करते हैं तो भी यह डिब्बा पांच साल में भी पूरा नहीं भरेगा।
एकत्रित ब्लेड को जमीन में दो से तीन फीट तक गड्ढा खोदने के बाद उसमें डालकर पाट दें।
– काफी संख्या में ब्लेड जमा होने के बाद उसे लोह गलाने वाले के यहां भी दे सकते हैं जिसका इस्तेमाल लोहार औजार बनाने में कर सकता है।
– याद रखिए ब्लेड से धारदार वस्तु दुनिया में और कोई नहीं है, आपकी जरा सी लापरवाही से बेजुबान तड़प-तड़प के प्राण त्याग देते हैं इसलिए उपयोग के बाद ब्लेड का निस्तारण सहीं तरीके से करें।