एयरपोर्ट पर मीडिया से मुखातिब प्रियंका गांधी ने कहा कि वह मुझसे बहुत प्यार करती थीं। जब भी मिलते थे वह प्यार से गले लगाती थीं। उनका जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। वैसे वह बड़ी नेता थीं उनका निधन कांग्रेस और देश की राजनीति के लिए बड़ी क्षति है। खास तौर पर दिल्ली के लिए। दिल्ली के विकास में उनका बहुत बड़ा योगदान है।
बता दें कि शीला दीक्षित का बनारस से भी काफी लगाव रहा। वह कई बार यहां आईं। खास तौर पर चुनाव के मौके पर वह बनारस जरूर आती थीं। 2017 विधानसभा चुनाव से पहले जब उन्हें सीएम का चेहरा प्रोजेक्ट किया गया था तब वह बनारस आई थीं और यहां के बारे में पुराने लोगों से मिल कर एक-एक जानकारी हासिल की थी। तब यह चर्चा भी चली कि वह बनारस शहर दक्षिणी से पार्टी की प्रत्याशी होंगी। लेकिन बाद में कांग्रेस ने रणनीति बदली और समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन हो गया। लेकिन पक्के महाल से उन्हें काफी लगाव रहा। यही वजह थी कि वह जब भी आतीं उनकी एक सभा चौक थाने के पास जरूर होती थी।
2017 विधानसभा चुनाव के दौरान वह जब बनारस आईं थीं तो संकट मोचन मंदिर के महंत और संकटमोचन फाउंडेशन के चेयरमैन से मिलीं तथा गंगा की दुर्दशा पर विस्तार से चर्चा की थी। वह गंगा की दुर्दशा देख-सुन कर काफी द्रवित हुई थीं।
2017 विधानसभा चुनाव के दौरान वह जब बनारस आईं थीं तो संकट मोचन मंदिर के महंत और संकटमोचन फाउंडेशन के चेयरमैन से मिलीं तथा गंगा की दुर्दशा पर विस्तार से चर्चा की थी। वह गंगा की दुर्दशा देख-सुन कर काफी द्रवित हुई थीं।