श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के विकास के बाद अब सुरक्षा के इंतजाम नए सिरे से किए जाएंगे। विश्वनाथ धाम की पूरी सुरक्षा नई तकनीक से लैस होगी। रेड और यलो जोन का नए सिरे से निर्धारण होगा। काशी विश्वनाथ धाम क्षेत्र यलो जोन में होगा। इसका बाहरी क्षेत्र ग्रीन जोन होगा।
Shree Kashi Vishwanath Dham Security will be In New Form
वाराणसी. श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के विकास के बाद अब सुरक्षा के इंतजाम नए सिरे से किए जाएंगे। विश्वनाथ धाम की पूरी सुरक्षा नई तकनीक से लैस होगी। रेड और यलो जोन का नए सिरे से निर्धारण होगा। काशी विश्वनाथ धाम क्षेत्र यलो जोन में होगा। इसका बाहरी क्षेत्र ग्रीन जोन होगा। सोमवार को धाम की सुरक्षा से लेकर सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला प्रशासन और मंदिर के अधिकारियों ने विश्वनाथ धाम की सुरक्षा के बारे में कई सुझाव दिए। नए तरीके से व्यवस्था पर काम करने के लिए अधिकारियों की एक कमेटी गठित कर दी गई है। इस कमेटी के चुनिंदा अधिकारी आंध्र प्रदेश स्थित तिरुपति बाला जी और गुजरात के गांधी नगर के अक्षरधाम मंदिर अध्ययन के लिए जाएंगे। जो फीडबैक मिलेगा उसे प्लान में शामिल किया जाएगा।
नए स्वरूप में काशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल की अध्यक्षता में आयोजित सुरक्षा समिति कि बैठक में धाम के नए स्वरूप के अनुसार सुरक्षा व्यवस्था बनाने पर कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि श्रीकाशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा का आंकलन किया गया। पुरानी व्यवस्था के तहत रेड जोन, यलो जोन की सीमा गलियों के तहत निर्धारित थी। मंदिर प्रवेश द्वार के अनुसार फोर्स की तैनाती थी, लेकिन अब सब कुछ बदल गया है। अब नए सिरे से रोड जोन, यलो जोन आदि का निर्धारण होगा। भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने पर प्लान बनेगा। इसके साथ ही ज्ञानवापी मस्जिद की सुरक्षा पर भी मंथन होगा।
एयरपोर्ट की तर्ज पर सारे इंतजाम धाम में एयरपोर्ट की तर्ज पर सुरक्षा के सारे इंतजाम होंगे। रेड जोन की सुरक्षा पैरा मिलिट्री फोर्स के हाथ में होगी और यलो जोन में तलाशी और भीड़ नियंत्रण की जिम्मेदारी पहले की ही तरह सिविल पुलिस के पास होगी। कमेटी अपनी रिपोर्ट विस्तार से फरवरी के पहले सप्ताह में देगी। इसके तत्काल बाद ही फाइनल रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। शासन से हरी झंडी मिलते ही काम शुरू हो जाएगा।