श्री काशी विश्वनाथ पूजा थाल प्रकरण में मंदिर प्रशासन बैकफुट पर आ गया है। मंदिर प्रशासन ने कहा है कि बाबा की पूजा (अभिषेक थाल) थाली में जो भी सामग्री रहती थी वो पूर्वरत रहेगी। बता दें कि रविवार को एक भक्त ने शिकायत की थी कि बाबा की पूजा थाल का दाम तो पुराना ही वसूला जा रहा है पर थाल से पंचामृत व गुलाब की माला हटा दी गई है। इसे पत्रिका ने भी चलाया था।
बाबा श्री काशी विश्वनाथ
वाराणसी. श्री काशी विश्वनाथ अभिषेक थाल (पूजा थाल) से पंचामृत व गुलाब की माला हटाए जाने के मामले में मंदिर प्रशासन अब बैकफुट पर आ गया है। सोशल मीडिया और पारंपरिक मीडिया में मुद्दा उछलने के बाद जनविरोध की आशंका के मद्देनजर मंदिर प्रशासन ने पूर्व की व्यवस्था जारी रखने को कहा है।
बता दें कि गत रविवार को एक भक्त ने शिकायत की थी कि बाबा विश्वनाथ की अभिषेक थाल से पंचामृत व गुलाब की माला हटा दी गई है। गुलाब की माला की जगह गेंदे की माला रख दी गई है। बाबा के भक्त की ये शिकायत जल्द ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। साथ ही पत्रिका सहति सभी पारंपरिक मीडिया ने भी इस मसले पर विस्तार से प्रकाश डाला। इसके बाद सोमवार को मंदिर प्रशासन बैकफुट पर आया।
ये भी पढें- बाबा विश्वनाथ की पूजा की थाली से पंचामृत, गुलाब की माला हटाई गई, मगर रेट पुराना बाबा के पूजा थाल से पंचामृत व गुलाब की माला हटाए जाने के मामले में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ सुनील कुमार वर्मा ने खुद मामले की जांच की। इस दौरान मंदिर के कर्मचारियों व शास्त्रियों से पूछताछ भी की। उसके बाद उन्होंने पूजा थाल में किसी तरह की कमी न करने का निर्देश जारी किया।
बता दें कि श्री काशी विश्वनाथ की अभिषेक थाल की कीमत 450 रुपये तय है। श्रद्धालु ये रकम जमा कर रसीद कटवा कर ही अभिषेक कराते हैं। इस 450 रुपये की थाल में अक्षत, रोली, हल्दी, भांग, भस्म, चंदन, देशी चीनी, शहद, शुद्ध घी, दही, जनेऊ, बिल्वपत्र, कपूर, अबीर-गुलाल सुपारी और दक्षिणा भी शामिल रहती है। इसमें से थाली से पंचामृत व गुलाब की मला हटाने की शिकायत एक भक्त ने की थी।