जन्माष्टमी की तिथि और शुभ मुहूर्त
जन्माष्टमी की तिथि: 23 अगस्त और 24 अगस्त
अष्टमी तिथि प्रारंभ: 23 अगस्त 2019 को सुबह 08 बजकर 09 मिनट से
अष्टमी तिथि समाप्त: 24 अगस्त 2019 को सुबह 08 बजकर 32 मिनट तक
रोहिणी नक्षत्र प्रारंभ: 24 अगस्त 2019 की सुबह 03 बजकर 48 मिनट से
रोहिणी नक्षत्र समाप्त: 25 अगस्त 2019 को सुबह 04 बजकर 17 मिनट तक
जन्माष्टमी की तिथि: 23 अगस्त और 24 अगस्त
अष्टमी तिथि प्रारंभ: 23 अगस्त 2019 को सुबह 08 बजकर 09 मिनट से
अष्टमी तिथि समाप्त: 24 अगस्त 2019 को सुबह 08 बजकर 32 मिनट तक
रोहिणी नक्षत्र प्रारंभ: 24 अगस्त 2019 की सुबह 03 बजकर 48 मिनट से
रोहिणी नक्षत्र समाप्त: 25 अगस्त 2019 को सुबह 04 बजकर 17 मिनट तक
भगवान कृष्ण का ऐसे तैयार करें झूला
कई लोग बाज़ारों से सोने-चांदी और महंगे मेटल्स का झूला लाते हैं। आप अपने बजट के हिसाब से बाज़ार से झूला लाएं और इस तरह सजाएं. इसके लिए आपको चाहिए फूल, लाल मखमल या रेशमी कपड़ा, झूला, कान्हा जी का स्थान (कुर्सी), स्थान पर रखने के लिए लाल छोटा तकिया या गद्दा और झूला सजाने के लिए लेस या झालर।
कई लोग बाज़ारों से सोने-चांदी और महंगे मेटल्स का झूला लाते हैं। आप अपने बजट के हिसाब से बाज़ार से झूला लाएं और इस तरह सजाएं. इसके लिए आपको चाहिए फूल, लाल मखमल या रेशमी कपड़ा, झूला, कान्हा जी का स्थान (कुर्सी), स्थान पर रखने के लिए लाल छोटा तकिया या गद्दा और झूला सजाने के लिए लेस या झालर।
ऐसे सजाएं ठाकुर जी का झूला
बाज़ार से एक झूला लाएं। फिल उस झूले के बाहरी कोनों पर झालर या लेस लगाएं। अब इस झूले में लाल मखमल या रेशमी कपड़ा बिछाएं। झूले में चारो तरफ फूल बिछाकर कान्हा जी के स्थान पर छोटा तकिया और गद्दा रखें। अब कान्हा जी को तैयार कर झूले में बिठाएं।
बाज़ार से एक झूला लाएं। फिल उस झूले के बाहरी कोनों पर झालर या लेस लगाएं। अब इस झूले में लाल मखमल या रेशमी कपड़ा बिछाएं। झूले में चारो तरफ फूल बिछाकर कान्हा जी के स्थान पर छोटा तकिया और गद्दा रखें। अब कान्हा जी को तैयार कर झूले में बिठाएं।