वाराणसी

काशी में टूटी 200 साल पुरानी परम्परा, नहीं निकली भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा

ऐसा पहली बार हुआ जब वाराणसी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा नहीं निकली। रथयात्रा मेला काशी के लक्खा मेले में शुमार है। जिसे देखने के लिए कई ज़िलों से लोग काशी पहुंचते हैं।

वाराणसीJun 23, 2020 / 11:23 pm

रफतउद्दीन फरीद

जगन्नाथ रथयात्रा

वराणासी. दुनिया के सबसे प्राचीन जीवित शहर वाराणसी की 200 साल पुरानी परम्परा कोरोना महामारी के चलते टूट गयी। ऐसा पहली बार हुआ जब वाराणसी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा नहीं निकली। रथयात्रा मेला काशी के लक्खा मेले में शुमार है। जिसे देखने के लिए कई ज़िलों से लोग काशी पहुंचते हैं।

 

कोरोना महामारी के चलते उस कक्ष का ताला ही नहीं खुला l, जिसमें भगवान जगन्नाथ का रथ है। जिन सड़कों पर रथयात्रा मेले में पांव रखने की जगह भी नहीं बचती वो सुनसान रहीं। लोग इसे लेकर मायूस रहे लेकिन कोविड संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए लोगों ने इसे ज़रूरी और मजबूरी दोनों बताया।

 

कोरोना के संकट को देखते हुए मंदिर ट्रस्ट ने भी प्रशासन के फैसले का सम्मान किया। जगन्नाथ मन्दिर के पुजारी हरि प्रसाद उपाध्याय के मुताबिक ज़िला प्रशासन की ओर से रथयात्रा निकालने के लिए कोई आदेश नहीं मिल, जिसके बाद रथयात्रा नहीं निकलने का फैसला लिया गया।

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