कोरोना महामारी के चलते उस कक्ष का ताला ही नहीं खुला l, जिसमें भगवान जगन्नाथ का रथ है। जिन सड़कों पर रथयात्रा मेले में पांव रखने की जगह भी नहीं बचती वो सुनसान रहीं। लोग इसे लेकर मायूस रहे लेकिन कोविड संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए लोगों ने इसे ज़रूरी और मजबूरी दोनों बताया।
कोरोना के संकट को देखते हुए मंदिर ट्रस्ट ने भी प्रशासन के फैसले का सम्मान किया। जगन्नाथ मन्दिर के पुजारी हरि प्रसाद उपाध्याय के मुताबिक ज़िला प्रशासन की ओर से रथयात्रा निकालने के लिए कोई आदेश नहीं मिल, जिसके बाद रथयात्रा नहीं निकलने का फैसला लिया गया।