वाराणसी के कैंट थानाक्षेत्र के जेपी मेहता इंटर काॅलेज को कोरोना और काल में बेघरों के शेल्टर होम बना दिया गया था। वहां शहर के ऐसे बेसहारा और भीख मांनगे वालों को रखा गया था। कई पहले से बीमार भी थे। बाद में लाॅकडाउन खुला और हालात सामान्य होने लगे तो शेल्टर होम में रखे गए लोग धीरे-धीरे वहां से चले गए। स्कूल खुलने के बाद क्लासरूम में कंकाल मिलने के बाद अंदाजा लगाया जा रहा है कि संभवत: कोई बीमार क्लास में रह गया हो और कमरा बंद करने वाले का उसपर ध्यान न गया हो। उसी हालत में वह चल बसा हो। जिला मुख्यालय के पास स्थित जेपी मेहता स्कूल इतना बड़ा है कि अंदर से किसी की आवाज बाहर आना मुश्किल है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।