scriptसपा नेता ने की गडकरी की तारीफ, बोले जरूरी नहीं मोदी दोबार PM बनें | SP leader Shatrudra Prakash praised Nitin Gadkari | Patrika News

सपा नेता ने की गडकरी की तारीफ, बोले जरूरी नहीं मोदी दोबार PM बनें

locationवाराणसीPublished: May 13, 2019 04:15:02 pm

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

बोले सपा नेता, पांच साल में बनारस की हवा और पानी हुआ प्रदूषितगंगा का प्रदूषण स्तर भी बढाकहा, राहुल ने भी माना मायावती हैं नेशनल आइकान

नितिन गडकरी और नरेंद्र मोदी

नितिन गडकरी और नरेंद्र मोदी

वाराणसी. सपा एमएलसी शतरुद्र प्रकाश ने सोमवार को मीडिया के सामने भाजपा नेता नितिन गड़करी की जमकर तारीफ की। साथ ही कहा कि जरूरी नहीं कि नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बनें। उन्होंने कहा कि यह चुनाव 2014 से बिल्कुल अलग है। इस बार बनारस की जनता भी एमपी ही चुनेगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने दावा किया कि अब तक जिन छह चरणों में मतदान हुआ है उससे साफ लगता है कि देश का माहौल बदल चुका है। यूपी के बाबत चर्चा करते हुए कहा कि बीजेपी पिछली बार से आधे से भी नीचे रहेगी।
एक सवाल के जवाब में सपा एमएलसी ने बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच साल की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि सिर्फ एक काम हुआ है, बाबतपुर से भोजूबीर की सड़क अच्छी बन गई है। यहां वह सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की जमकर तारीफ की। कहा कि ये उनका काम था जो उन्होंने कर दिखाया। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इसका प्लान सपा ने ही तैयार कराया था। यहीं वह नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जरूरी नहीं कि 19 मई को होने वाले वाराणसी लोकसभा के चुनाव में 2014 की तरह यहां से निर्वाचित होने वाला सदस्य प्रधानमंत्री बनने वाला है। यह पीएम नहीं एमपी का चुनाव साबित हो सकता है। इसका आशय पूछने पर कहा कि यह संवैधानिक नहीं राजनीतिक विचार है। कहा कि सपा बसपा गठबंधन ने भाजपा का यूपी में 74 प्लस का सपना तोड़ कर भाजपा गठबंधन को बहुत पीछे छोड़ दिया है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मायावती की तो अब राहुल गांधी ने भी प्रशंसा की है। राहुल ने एक चैनल को दिए साक्षात्कार में मायावती को नेशनल आइकान तक बताया है। ऐसे में अगर उनका नाम प्रधानमंत्री के रेस में शामिल होता है तो क्या गलत है। होना चाहिए। लेकिन यह बाद की बात है।
सपा नेता ने कहा इन पांच सालों में यह लगा ही नहीं कि यह प्रधानमंत्री का क्षेत्र है। बोले कि यहां पांच साल के दौरान उम्मीद से बहुत कम और निम्न स्तरीय काम हुए है। कहा कि पांच साल की उपलब्धि यह है कि बताया कि बनारस में वायु प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ गया है कि हवा दमघोंटू हो गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार यह दुनिया का तीसरा सबसे प्रदूषित शहर हो गया है। यहां आक्सीजन की कमी हो गई है। कहा, शहर में एक भी आक्सीजन जोन नहीं। उन्होंने कम से कम पांच आक्सीजन जोन बनाने की मांग की।
बोले, इतना ही नहीं हवा तो खराब हुई ही शुद्ध जल मिलना भी दूभर हो गया। आलम यह कि शहर के सात हजार ऐसे प्वाइंट्स हैं जहां सीवर की पाइप लाइन में लीकेज है जिसके चलते लोगों के घरों में सीवरयुक्त पानी की सप्लाई हो रही है। कहा कि केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित जेएनएनआरयूएम के तहत जलापूर्ति के लि शहर में 22 टंकियां बनीं लेकिन उनसे आज तक एक बूंद पानी की सप्लाई नहीं हुई। न ही उनका हस्तांतरण नगर निगम को हो पाया। हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई बार इसे लेकर अफसरों पर गाज गिराने की बात की। लेकिन हुआ कुछ नहीं। जहां तक गंगा का सवाल है तो गंगा का बीओडी और सीओडी दोनों ही बिगड़ गया है। जिस गंगा के प्यार में डूबे नरेंद्र मोदी यहां चुनाव लड़ने आए थे उनके कार्यकाल में गंगा सबसे ज्यादा प्रदूषित हुईँ।
प्रवासी भारतीय सम्मेलन पर तंज कसते हुए कहा कि यहां दुनिया भर से लोग आए तो उन्हें धर्म नगरी काशी के मंदिरों का इस तरह बखान किया गया कि, कोने वाला मंदिर कोनेश्वर महादेव, बगल वाला बगलेश्वर महादेव, पीछे वाला पिछलेश्वर महादेव। इस तरह से काशी के पौराणिक वैभव का मजाक ही उड़ाया गया। ऐसा मजाक हुआ कि प्रवासी भी खिन्न हो गए।
तीर्थाटन और पर्यटन के नाम पर भी मजाक, अब तो डेढ़ दिन में ही पर्यटन पूरा हो जा रहा है। सारनाथ और गंगा घाटों पर साउंड व लाइट प्रोग्राम आज तक चालू नहीं हो सका। भारत माता मंदिर, भरत मिलाप स्थल, पंचक्रोशी मार्ग की हालत बद से बदतर हुई। यहीं हंसते हुए विश्वनाथ धाम का उल्लेख किया और कहा कि विश्वनाथ जी सांस नहीं ले पा रहे थे सो प्रधानमंत्री ने उन्हें मुक्त कर दिया है। अब तो विश्वनाथ जी रहे नहीं तो काहे का तीर्थ?
हाथ के हुनर व कला के इस केंद्र में नवनिर्मित हस्तकला संकुल अमूमन बंद ही रहता है जबकि प्रधानमंत्री ने खुद अपील की थी कि ऑटो चालक पर्यटकों को हस्तकला संकुल जरूर ले जाएं पर जब वे ले जाते हैं तो वहां ताला बंद मिलता है। कहा कि महीने में 25 दिन तो वहां ताला ही लटकता रहता है।
कहा कि प्रधानमंत्री ने डीरेका की पहली सभा में कहा था कि इस कारखाने से आसपास के इलाके को जोड़ जाएगा और युवाओं को काम दिया जाएगा। कुटीर उद्योग विकसित होगा। पर वह भी जुमला ही साबित हुआ।
विकास के नाम पर सपा के कामों को गिनाने वाले चौकाघाट फ्लाइओवर गिरा तो आज तक न उसकी कंपनी का पता चला न ठेकेदार का।
आईपीडीएस का हाल यह कि 421 करोड़ रुपये खर्च करने के बाद भी पुरानी काशी में बिजली के तार आज भी वैसे उलझे हुए, लटकते हुए मिल जाएंगे।

UP News से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Uttar Pradesh Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर ..
UP Lok sabha election Result 2019 से जुड़ी ताज़ा तरीन ख़बरों, LIVE अपडेट तथा चुनाव कार्यक्रम के लिए Download करें patrika Hindi News App .

शतरुद्र प्रकाश और शालिनी यादव
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो