इन दोनों ही मसलों पर सपा ने पहले मंगलवार को कैंडिल जुलूस निकाला और सभा की। फिर अगले दिन पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश अखिलेश यादव के निर्देश पर हरसोस गांव का दौरा किया था, जहां पुलिस द्वारा ग्रामीणों के साथ बड़े पैमाने पर उत्पीड़न की कार्रवाई की बात सामने आई थी। दो दिनों की इस कार्रवाई के बाद सपाजन गुरुवार को पहुंचे कमिश्नर दीपक अग्रवाल के यहां। बातचीत में उन्होंने हरसोस गांव में पुलिस की कार्रवाई और सारनाथ थाना अंतर्गत भैसौड़ी गांव में सर्राफा व्यवसाई से हुई लूट को बचाने के लिए गए निर्दोष कमलेश यादव की हत्या के मामले को उठाया। इस दौरान निवर्तमान जिलाध्यक्ष डॉ पीयूष यादव और निवर्तमान महानगर अध्यक्ष राजकुमार जायसवाल ने दोनों घटनाओं का उल्लेख करते हुए पीड़ित पक्ष की मांग शासन तक पहुंचाने की मांग की। साथ ही दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई, निर्दोष ग्रामीणों को फर्जी मुकदमे में न फसाने तथा पुलिस की पिटाई से घायल ग्रामीणों का भी मेडिकल करा कर मुकदमा दर्ज करने का अनुरोध किया।
प्रतिनिधिमंडल में डा पीयूष यादव और राजकुमार जायसवाल के अलावा पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह पटेल, पूर्व सांसद राम किशुन यादव, जिला महासचिव डॉ रमेश राजभर, पूर्व विधायक महेंद्र सिंह पटेल, प्रदीप जायसवाल, संजय मिश्र, पूजा यादव, आनंद मोहन यादव गुड्डू, राम प्रकाश पटेल, हीरु यादव, सुलाब राजभर, संतोष यादव बबलू, सियाराम यादव, विजय बहादुर यादव, सत्यनारायण यादव आदि शामिल रहे।