वाराणसी

सपा का आरोप, PM मोदी के क्षेत्र में पिछड़ों, दलितों और आदिवासियों पर पुलिस ढा रही जुल्म

-हरसोस गांव जा कर पीड़ित परिवारों से मिल कर जाना हाल-हरसोस व सारनाथ प्रकरण पर जताया आक्रोश-सारनाथ में हुई कमलेश यादव की हत्या के विरोध में लामबंद हुए-कमलेश के आश्रितों को 25 लाख के मुआवजे की मांग की-ध्वस्त क़ानूनव्यवस्था के सवाल पर कमिश्नर से मिले, सौंपा ज्ञापन

वाराणसीOct 31, 2019 / 07:32 pm

Ajay Chaturvedi

समाजवादी पार्टी झंडा

वाराणसी. समाजवादी पार्टी ने पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में दलितों, पिछड़ों और आदिवासियो पर पुलिसिया कहर का आरोप मढा है। पार्टी नेताओं का कहना है कि एक तरफ जहां सर्राफा व्ववसायी को लूट से बचाने गए कमलेश यादव की सरे राह हत्या कर दी जा रही है। ऊपर से जब ग्रामीण उसका विरोध करते हैं तो पुलिस उन पर पहले लाठियां बरसाती है फिर उन पर फर्जी मुकदमा दर्ज कर जेल में डाल देती है। उन्होंने सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र के जंसा थाना अंतर्गत हरसोस गांव में राजभर एवं अनुसूचित जाति की बस्ती पर हुए पुलिस उत्पीड़न की कार्रवाई पर भी रोष जताया है।
इन दोनों ही मसलों पर सपा ने पहले मंगलवार को कैंडिल जुलूस निकाला और सभा की। फिर अगले दिन पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश अखिलेश यादव के निर्देश पर हरसोस गांव का दौरा किया था, जहां पुलिस द्वारा ग्रामीणों के साथ बड़े पैमाने पर उत्पीड़न की कार्रवाई की बात सामने आई थी। दो दिनों की इस कार्रवाई के बाद सपाजन गुरुवार को पहुंचे कमिश्नर दीपक अग्रवाल के यहां। बातचीत में उन्होंने हरसोस गांव में पुलिस की कार्रवाई और सारनाथ थाना अंतर्गत भैसौड़ी गांव में सर्राफा व्यवसाई से हुई लूट को बचाने के लिए गए निर्दोष कमलेश यादव की हत्या के मामले को उठाया। इस दौरान निवर्तमान जिलाध्यक्ष डॉ पीयूष यादव और निवर्तमान महानगर अध्यक्ष राजकुमार जायसवाल ने दोनों घटनाओं का उल्लेख करते हुए पीड़ित पक्ष की मांग शासन तक पहुंचाने की मांग की। साथ ही दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई, निर्दोष ग्रामीणों को फर्जी मुकदमे में न फसाने तथा पुलिस की पिटाई से घायल ग्रामीणों का भी मेडिकल करा कर मुकदमा दर्ज करने का अनुरोध किया।
IMAGE CREDIT: पत्रिका
सपा नेताओं का आरोप है कि सारनाथ थानान्तर्गत भैसौड़ी में सर्राफा व्यवसाई के साथ हो रही लूट से बचाने के लिए कमलेश यादव ने अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। आक्रोशित ग्रामीण जब शांतिपूर्ण तरीके से न्याय की मांग को लेकर धरना दे रहे थे तो पुलिस ने बर्बर तरीके से उनके ऊपर लाठी चार्ज किया और सैकड़ों लोगों के ऊपर मुकदमा दर्ज कर लिया इस मामले में कमलेश यादव के परिजनों की मांग का समर्थन करते हुए सपा नेताओं ने भी उत्तर प्रदेश सरकार से 25 लाख रुपए का मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी व कमलेश यादव को वीरता पुरस्कार से सम्मानित करने की मांग की है।
प्रतिनिधिमंडल में डा पीयूष यादव और राजकुमार जायसवाल के अलावा पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह पटेल, पूर्व सांसद राम किशुन यादव, जिला महासचिव डॉ रमेश राजभर, पूर्व विधायक महेंद्र सिंह पटेल, प्रदीप जायसवाल, संजय मिश्र, पूजा यादव, आनंद मोहन यादव गुड्डू, राम प्रकाश पटेल, हीरु यादव, सुलाब राजभर, संतोष यादव बबलू, सियाराम यादव, विजय बहादुर यादव, सत्यनारायण यादव आदि शामिल रहे।
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