वाराणसी. सीएम अखिलेश को लेकर सपाइयों की नींद उड़ गयी है। सपाइयों ने वाराणसी व मिर्जापुर के मंदिरों व महाश्मशान पर खास नजर रखे रहे हैं। दीपावली के दिन होने वाली तंत्र पूजा के चलते ही सपाइयों ने बेहत सतर्कता बरत रहे हैं।
सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के कुनबे में मची रार ने सपाइयों को परेशान कर दिया है। सपाइयों ने नवरात्र में इस बात की पुष्टि की थी कि अखिलेश यादव को सीएम पद से हटाने के लिए मिर्जापुर में तंत्र साधना की गयी थी। इस बात की जानकारी खुद सीएम अखिलेश यादव को भी दी गयी थी और पंडितों ने कबूला था कि किसके कहने पर यह तंत्र साधना हुई है। सीएम अखिलेश के समर्थकों ने तंत्र साधना को लेकर बेहद नाराजगी जतायी थी और बाद में पश्चिम यूपी में साधान करके दावा किया गया था कि सीएम अखिलेश को लेकर जो तंत्र साधना हुई थी उसका असर खत्म हो जायेगा।
दीपावली के दिन होती है तंत्र साधना
कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की आमवस्या तिथि को दीपावली पड़ती है और दीपावली की रात में तंत्र साधना की जाती है। सपाईयों को इस बात का शक है कि सीएम अखिलेश का विरोधी खेमा फिर से तंत्र साधना करा सकता है। इसके चलते वह महाश्मशान व मंदिरों पर खास नजर रख रहे है। एक सपाई ने कहा कि कुछ लोग नहीं चाहते हैं कि अखिलेश यादव फिर से सीएम बने। सपा नेता ने कहा कि हमे इस बात की जानकारी मिली है कि विरोधी दल ऐसा कर सकते हैं इसलिए हम लोग विशेष सतर्कता बरत रहे हैं।
खास है इस बार की दीपावली
दस बार की दीपावली भी खास है। इस बार दीपावली पर पर दुलर्भ संयोग भी बन रहे है। तांत्रिकों ने भी त्योहार को खास बनाने की तैयारी की है। काशी के महाश्मशान मणिकर्णिका घाट व हरिश्चन्द्र घाट में देर रात तंत्र साधना होती है। इसके अतिरिक्त मां काली के मंदिरों में भी खास तरह की पूजा का आयोजन होता है इसके चलते सपाईयों ने खास तैयारी की है जिससे सीएम अखिलेश के खिलाफ तंत्र साधना करने वालों को पकड़ा जा सके।