वाराणसी

EXCLUSIVE-आतंकवादियों के सामने फौलाद बन खड़े रहेंगे पुलिसकर्मी, तैयार हो रही स्पेशल क्यूआरटी

वीवीआईपी मूवमेंट से लेकर भीड़ को नियंत्रित करने में होगा उपयोग, खास तरह की वर्दी इन्हें बनायेगी अलग

वाराणसीMar 23, 2019 / 08:49 pm

Devesh Singh

Special QRT training

वाराणसी. आतंकवादियों के सामने फौलाद बन कर पुलिसकर्मी खड़े रहेंगे। ऐसी किसी अप्रिय स्थिति में सबसे पहले स्पेशल क्यूआरटी पहुंचेगी और अत्याधुनिक हथियारों के साथ मुकाबला करेगी। इस टीम में यूपी पुलिस के कांस्टेबल व उपनिरीक्षक होंगे। CRPF की ट्रेनिंग ने इन पुलिसकर्मियों को बेहद खास बना दिया है।




बनारस में प्रवासी सम्मेलन के लिए पुलिसकर्मियों को खास ट्रेनिंग दी गयी थी। ब्लेजर पहने इन पुलिसकर्मियों ने अपनी भूमिका के साथ न्याय किया था। पीएम नरेन्द्र मोदी से लेकर अन्य वीवीआईपी लोगों के मूवमेंट के समय तुरंत तैनाती व भीड़ को अपने अच्छे व्यवहार से नियंत्रित करने में सफलता पायी थी। पुलिसकर्मियों का व्यवहार आम जनता के प्रति इतना अच्छा था कि सभी ने इनकी सराहना की थी। इसी तर्ज पर अन्य पुलिसकर्मियों को अब सीआरपीएफ से खास ट्रेनिंग दी जा रही है। सीआरपीएफ से एके-47, इंसास, एमपी-5 जैसे अत्याधुनिक हथियार चलाने की ट्रेनिंग मिल रही है। साथ ही किसी बड़ी घटना के समय कैसे स्थिति को नियंत्रित किया जाता है इसकी ट्रेनिंग मिल रही है। अगले माह जब इनकी ट्रेनिंग पूरी हो जायेगी तो एडीजी जोन व सीआरपीएफ के कमांडेंट के सामने डेमो रखा जायेगा। इसके बाद स्पेशल क्यूआरटी की तैनाती का रास्ता साफ हो जायेगा।

सीआरपीएफ के अनुभव से बन रहे फौलाद
कश्मीर में आतंकियों से लौहा लेना हो या फिर नक्सलियों से। सीआरपीएफ सभी जगहों पर अपनी ड्यूटी करती है। सीआरपीएफ के पास खास अनुभव है जिसका फायदा स्थानीय पुलिस को मिल रहा है। सीआरपीएफ के अनुभव से ही इन पुलिसकर्मियों को फौलाद बनाया जा रहा है। पुलिसकर्मियों को भर्ती के समय ट्रेनिंग तो दी जाती है लेकिन ट्रेनिंग इतने अधिक पुलिसकर्मी होते हैं कि वह अत्याधुनिक हथियारों को चलाने व विशेष परिस्थितियों का मुकाबला करने में अक्षम होते हैं ऐसे में स्पेशल क्यूआरटी (क्विक रिस्पांस टीम) की खास ट्रेनिंग उन्हें सबसे अलग बना देगी। शुरूआती दौर में इनका नाम स्पेशल क्यूआरटी रखा गया है बाद में नाम बदला भी जा सकता है।

120 कांस्टेबल व चार उपनिरीक्षक है टीम में, 20 महिला पुलिसकर्मी भी शामिल
स्पेशल क्यूआरटी में 120 कांस्टेबल व 20 उपनिरीक्षक है। इसमे 20 महिला पुलिसकर्मी भी शामिल है। स्पेशल क्यूआरटी को खास ट्रेनिंग से पुलिस विभाग को बड़ा फायदा मिलेगा। दुर्भाग्य से कोई बड़ा आतंकी हमला हो जाता है और एनएसजी के पहुंचने में वक्त लगता है तो उतने देर में स्पेशल क्यूआरटी ही आतंकियों से मोर्चा लेने में सक्षम होगी। इसी सोच के साथ नयी टीम को तैयार किया गया है।

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दंगा होने पर सक्रिय हो जायेगी टीम, पुलिस की पास नहीं होगी संसाधन की कमी
स्पेशल क्यूआरटी टीम का प्रयोग दंगे के समय भी किया जा सकेगा। अभी तक दंगा होने पर स्थानीय पुलिस के बाद आरएएफ की तैनाती होती है। इनके बीच की कड़ी स्पेशल क्यूआरटी को बनाने की तैयारी की गयी है, जिससे किसी प्रकार की भी स्थिति को नियंत्रित कर आम लोगों को बड़ी राहत दी जा सके।
जानिए क्या कहा अधिकारी ने
ट्रेनी आईपीएस व कैंट सीओ डा.अनिल कुमार ने बताया कि प्रवासी सम्मेलन के समय इन पुलिसकर्मियों ने सफलता के साथ काम किया था। इसके बाद एसएसपी आनंद कुलकर्णी की पहल के बाद ही स्पेशल क्यूआरटी टीम तैयार की जा रही है। वीवीआईपी मूवमेंट से लेकर, भीड़ को नियंत्रित करना, बड़े आयोजनों में इनकी भूमिका अलग होगी। टीम को रिजर्व रखा जायेगा। खास मौके पर ही तैनाती की जायेगी।
 
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