बनारस स्टेशन से चेन्नई सेंट्रल के लिए रवाना होगी ट्रेन कलेक्टर कौशल राज शर्मा ने इस संबध में बताया है कि बनारस में कर्नाटक के ज्यादा यात्री Agneepath Scheme के विरोध के चलते निरस्त हुई ट्रेन के कारण काशी में फंस गए। इनकी सकुशल वापसी के लिए कर्नाटक सरकार ने ई-मेल भेजा था। कर्नाटक सरकार के अनुरोध के क्रम में तत्काल इन सभी यात्रियों को उनके घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई। इसके तहत रेल प्रशासन से समन्वय स्थापित कर इन सभी यात्रियों के लिए सोमवार की शाम 08.00 बजे एक स्पेशल ट्रेन बनारस स्टेशन से चेन्नई सेंट्रल के लिए रवाना की जाएगी। कलेक्टर के अनुसार अग्निपथ योजना के विरोध में हुए धरना-प्रदर्शन व बवाल के चलते कर्नाटक के मांड्या जिले के 40 यात्री काशी में फंसे हुए हैं।
संघमित्रा एक्सप्रेस से होनी थी वापसी कलेक्टर शर्मा के मुताबिक कर्नाटक के माड्या जिले के रहवासी इन सभी यात्रियों को 17 जून को पं दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन (पूर्व नाम मुगलसराय स्टेशन) से संघमित्रा सुपरफास्ट एक्सप्रेस द्वारा कर्नाटक स्थित अपने-अपने जिले को जाना था। लेकिनअग्निपथ योजना के विरोध को लेकर हुए धरना-प्रदर्शन व संघमित्रा ट्रेन के निरस्त हो जाने के कारण यह सभी दक्षिण भारतीय वाराणसी व चंदौली में फंसे रह गए। उन्होंने बताया कि इस संबंध में कर्नाटक सरकार के राहत आयुक्त व कलेक्टर मंड्या ने वाराणसी के कलेक्टर को ई-मेल से इन फंसे यात्रियों को उनके घरों तक पहुंचाने को पत्र लिखा था। उन्होंने बताया कि इन सभी यात्रियों को उनके गृह जनपद भेजने का प्रबंध कर दिया गया है। सोमवार की शाम 08.00 बजे स्पेशल ट्रेन से इन सभी को बनारस (पूर्व नाम-मंडुवाडीह) स्टेशन से चेन्नई सेंट्रल के लिए रवाना किया जाएगा।