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श्री गणेश जन्मोत्व-चिंतामणि गणेश का हरियाली श्रृंगार व बर्फ विहार झांकी

locationवाराणसीPublished: Sep 04, 2016 10:34:00 am

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

सोमवार से शुरू होगी प्रथमेश श्री गणेश नवरात्रि, शिव की नगरी में मचेगी पुत्र गणेश की धूम. जानिये कहां क्या होगा…

Chintamani Ganesh

Chintamani Ganesh

वाराणसी. आदि देव भगवान शंकर के पुत्र श्री गणेश का जन्मोत्सव सोमवार को मनाया जाएगा। इसके साथ ही शुरू होगी श्री गणेश नवरात्रि। महाराष्ट्र के बाद काशी में मनाया जाता धूम धाम से भगवान श्री गणेश का जन्मोत्सव। इस मौके पर सोनारपुरा स्थित श्री चिंतामणि गणेश मंदिर में होगा हरियाली श्रृंगार एवं सजेगी बर्फ विहारी झांकी। प्रथमेश श्री गणेश का दर्शन-पूजन सुबह आठ बजे से शुरू हो जाएगा। यह जानकारी मंदिर के महंत चल्ला सुब्बा राव शास्त्री ने दी।

चिंतामणि गणएश मंदिर में जन्मोत्सव पर होगा विशेष पूजन
महंत चल्ला शास्त्री ने बताया कि गणेश जी के जन्मोत्सव पर चितंमणि गणेश मंदिर में सुबह आठ बजे से प्रभु विग्रह की विशेष अर्चना की जाएगी। शाम छह बजे से हरियाली श्रृंगार और बर्फ विहार झांकी का मनोरम दर्शन होगा। इसके तहत मंदिर में बर्फ की 101 सिल्लियों से सजाया जाएगा। रंग-बिरंगे फूलों व कामिनी व अशोक की पत्ती से मंदिर को भव्य रूप दिया जाएगा। साथ ही भजन संध्या का आयोजन होगा जिसमें स्थानीय कलाकार भजन प्रस्तुत करेंगे। इस वर्ष 51 किलो लड्डू का भोग लगेगा और भक्त जनों को धुंआ के बीच से हो कर गुजरना होगा। महंत चल्ला शास्त्री ने बताया कि जन्मदिवस के मौके पर भगवान श्री चिंतामणि गणेश जी के दर्शन-पूजन से हर मनोकामना पूर्ण होती है। गणेश जी भक्तों की हर चिंताओं का हरण करते हैं। उन्होंने बताया कि जन्मोत्सव की धूम 15 सितंबर तक रहेगी।

शहर में 48 से अधिक स्थानों पर विराजित होंगी प्रतिमाएं
गणेशोत्सव के मौके पर शहर में 48 से अधिक स्थानों पर भगवान श्री गणेश की प्रतिमाएं प्रतिष्ठापित की जाएंगी। विघ्नहर्ता श्री गणेश के विविध रूप लगभग आकार ले चुके हैं। पंडालों व मंदिर को सजाने का काम अंतिम दौर में है। पूजा पंडालों में कहीं भगवान के विद्यार्थी स्वरूप तो कहीं बाघंबरी स्वरूप के दर्शन होंगे। गायघाट के बाबा उत्सव के पंडाल में इस बार कमल के फूल पर बाघंबरी वेश में जटाजूट वाले गणेश विराजमान होंगे। रुद्राक्ष की माला से प्रथमेश का शृंगार होगा। सुकुलपुरा के पंडाल में नौ फीट के गजानन की प्रतिमा की झांकी सजाई जाएगी। चतुर्भुज रूप में हाथों में शंख, चक्र, गदा और मोदक लिए प्रभु विराजमान होंगे। नवापुरा के गणेश पूजा समिति की ओर से जालीदार महल में रिद्धि-सिद्धि के साथ गणपति का दर्शन होगा। रामनगर औद्योगिक आस्थान के महाराष्ट्र फिट्स के पंडाल में राज सिंहासन पर गजानन विराजेंगे। गढ़वासी टोला के सिद्ध विनायक मंदिर में पांच दिवसीय जन्मोत्वस मनाया जाएगा। शारदा भवन में गणपति की विशेष झांकी सजाई जाएगी। अमरूध की लकड़ी से सजेगा भोसले महल।
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