जानकारी के मुताबिक वाराणसी जिले की एसटीएफ टीम ने भरत सिंह व लक्ष्मीकांत को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि गिरोह के लोग अफवाह फैलाकर धोखाधड़ी करके कूटरचित प्रश्नपत्र की बिक्री करते रहे।यह गिरोह अनुचित लाभ कमाने के लिहाज से यह प्रश्न पत्र लोगो में एक- एक लाख में बेच रहा था। पकड़े गए दोनों शातिरों से पूछताछ जारी है। तलाशी के दरौन एसटीएफ ने पकड़े गए लोगो के पास से फर्जी प्रश्नपत्र भी बरामद किया है।
एसटीएफ से मिली जानकारी के मुताबिक टीईटी 2018 की परीक्षा के पेपर को कूटरचित तरीके से तैयार कर उसे असली बता कर अभ्यर्थियों को एक-एक लाख रुपये में बेंचने के आरोप में वाराणसी टीम ने कैंट थाना क्षेत्र के सेंट मेरीज स्कूल के पास से डॉ लक्ष्मी कांत भारती, पुत्र बुझारत, निवासी सुइथा कला, थाना खुटहन, जौनपुर तथा भरत सिहं यादव पुत्र राम मूरत यादव निवासी ग्राम बडसरा, थाना करंडा जिला गाजीपुर को गिरफ्तार किया। इनके पास से कूट रचित प्रश्न पत्र, कूट रचित प्रश्न पत्र की उत्तर पुस्तिका, टीईटी प्रवेश पत्र की 12 प्रति और 08 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।
वाराणसी एसटीएफ द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि एसटीएफ को यूपी टीईटी की परीक्षा का पेपर लीक करने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचना मिल रही थी। इस संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ, लखनऊ अभिषेक सिंह ने एसटीएफ फील्ड यूनिट वाराणसी की अभिसूचना संकलन व कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था। इसी क्रम में निरीक्षक विपिन कुमार राय व अमित श्रीवास्तव के नेतृत्व में टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्रवाई आरंभ की गई। अभिसूचना संकलन व विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी मिली कि छात्रो से मोटी रकम लेकर यूपी टीईटी के कूटरचित पेपर तैयार कर परीक्षा शुरू होने के पहले ही एक-एक लाख रुपये में बेंचा जा रहा है। इस सूचना के आधार पर एसटीएफ वाराणसी टीम ने गिरोह के सक्रिय सदस्यों को चिह्नित कर मुखबिर की सूचना के आधार पर कैंट थाना क्षेत्र के सेंट मेरिज स्कूल के पास से दो लोगों डॉ लक्ष्मी कांत और भरत सिंह को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद उनके पास से कुटरचित प्रश्न पत्र, उत्तर पुस्तिका, विभिन्न अभ्यर्थियों के टीईटी प्रवेश पत्र की 12 प्रति, 08 मोबाइल बरामद किए गए। इन मोबाइल फोन में से दो एनरॉयड मोबाइल फोन से कुटरचित प्रश्नों को भेजा गया था जिसको विधिक तरीक से सील्ड मुहर कर साक्ष्य के लिए एकत्रित किया गया।
गिरफ्तार दोनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे लोग परीक्षाओं के कूटरचित पेपर तैयार कर मोटी रकम लेकर परीक्षार्थियों को बेंचते हैं। रविवार को आयोजित टीईटी परीक्षा का कूटरचित प्रश्न पत्र तैयार कर प्रति अभ्यर्थी 01-01 लाख रुपये में बेंच दिया। इन लोगों ने यह भी बताया कि हमलोग प्रश्न पत्रो का उत्तर कुछ कक्ष निरीक्षकों को उनके ह्वाट्सएप पर भेजकर संबंधित अभ्यर्थियों तक भिजवाने का काम करते हैं। इसके एवज में परीक्षार्थियों से पैसे लेते हैं जिसका हिस्सा कक्ष निरीक्षकों को भी दिया जाता है। ये दोनों पिछली कई परीक्षाओं में भी सक्रिय रहे। पकड़े गए दोनों आरोपियों को अभियोग पंजीकृत कर अग्रिम कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।
वैसे एसटीएफ व पुलिस ने पूरे प्रदेश से रविवार को 32 लोगों को पकड़ा है जिनके पास से ओएमआर सीट, प्रवेश पत्र, उत्तर पुस्तिका व भारी संख्या में नकद धनराशि बरामद हुई है। पुलिस व एसटीएफ सभी लोगों को गिरफ्तार कर गहन पूछताछ में लगी है। बताया जा रहा है कि पुलिस व एसटीएफ इस मामले में तमाम अहम साक्ष्यों का संकलन कर रही है। पुलिस को इस गैंग के सरगना की तलाश है।
बता दें कि वाराणसी में रविवार की सुबह कटिंग मेमोरियल इंटर कॉलेज से एक पेपर साल्वर पकड़ा गया था। वह बिहार का रहने वाला था और गाजीपुर के अभ्यर्थी की जगह परीक्षा दे रहा थ। कॉलेज के प्रधानाचार्य हरेंद्र कुमार ने उसे कैंट थाने की पुलिस के हवाले कर दिया था। पकड़े गए युवक की निशानदेही पर उस अभ्यर्थी को भी पकड़ लिया गया जिसकी जगह वह परीक्षा दे रहा था।