यूपी बोर्ड परीक्षा 2022 प्रश्न पत्र आउट होने के मामले में वाराणसी STF ने जांच तेज कर दी है। इसके तहत बलिया में ताबड़तोड़ छापेमारी चल रही है। इस बीच एसटीएफ और बलिया पुलिस ने अलग-अलग थानों से जिला विद्यालय निरीक्षक सहित 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एसटीएफ ने बलिया में बोर्ड परीक्षा से जु़ड़े लोगों को कॉल डिटेल व ह्वाट्सएप को खंगालना शुरू कर दिया है।
यूपी बोर्ड परीक्षा 2022 (प्रतीकात्मक फोटो)
वाराणसी. देश के सबसे बड़ी यूपी बोर्ड की परीक्षा में पेपर आउट का मामला काफी गंभीर हो चला है। लगातार दो दिन जिस तरह से बलिया से पेपर आउट होने और हल कापियों के सोशल मीडिया के जरिए वायरल व बिक्री करने का मामला सामने आया है, यूपी बोर्ड के साथ ही प्रदेश सरकार की भी काफी किरकिरी हो रही है। हालांकि इस प्रकरण को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काफी गंभीरता से लिया है और मामले की जांच एसटीएफ को सौंप दी है। साथ ही कहा है पेपर आउट मामले में दोषी लोगों पर रासुका लगाया जाएगा। ऐसे में मुख्यमंत्री के आदेश के तत्काल बाद से वाराणसी एसटीएफ टीम सक्रिय हो गई है। एसटीएफ व बलिया पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए बुधवार की रात जिला विद्यालय निरीक्षक, बलिया ब्रजेश मिश्र को गिरफ्तार कर लिया। वैसे इस प्रकरण में कुल 18 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। इस बीच विभाग स्तर से बताया गया कि बुधवार की निरस्त परीक्षा अब 13 अप्रैल को होगी।
विभागीय शिथिलता भी जिम्मेदार यूपी बोर्ड परीक्षा 2022 के तहत मंगलवार को होने वाली हाईस्कूल संस्कृत के पेपर से एक दिन पहले ही यानी सोमवार की रात ही सोशल मीडिया पर पेपर की हल की हुई कापियों के वायरल होने की सूचना मिली थी। इस संबंध में विभाग से जुड़े शिक्षकों का कहना है कि अगर विभाग उसी समय सख्त कदम उठाता तो बुधवार की घटना से बचा जा सकता था।
जानकारी के अनुसार यूपी एसटीएफ की वाराणसी यूनिट के एडिशनल एसपी विनोद कुमार सिंह के अनुसार पेपर लीक मामले की जांच के लिए एक टीम बलिया पहुंच कर तफ्तीश में जुट गई है। एसटीएफ बोर्ड परीक्षा केंद्रों पर तैनात कक्ष निरीक्षकों, विद्यालयों के प्रबंधकों तथा परीक्षा से जुड़े लोगों के मोबाइल के काल डिटेल और व्हाट्सएप को खंगालने में जुटी है। एसटीएफ की एक टीम को गाजीपुर भी भेजा गया है।
नकल विरोधी परीक्षा अधिनियम व आईटी एक्ट की धाराएं लगाई गई इस बीच एसटीएफ टीम ने बलिया पुलिस के सहयोग से यूपी बोर्ड परीक्षा 2022 के इंटरमीडिएट अंग्रेजी का परचा लीक होने के मामले में जिन 18 लोगो को गिरफ्तार किया है उन पर नकल विरोधी परीक्षा अधिनियम व आईटी एक्ट की धाराएं लगाई गई हैं। वहीं माध्यमिक शिक्षा विभाग स्तर पर जिला विद्यालय निरीक्ष, बलिया ब्रजेश मिश्र को निलंबित कर दिया है।
वाराणसी में परीक्षार्थियों ने किया हंगामा यूपी बोर्ड परीक्षा 2022 के इंटरमीडिएट अंग्रेजी का परचा निरस्त होने के बाद वाराणसी के कई केंद्रों पर परीक्षार्थियों ने जमकर हंगामा किया। इसकी शुरूआत शहरी क्षेत्र के हरिश्चंद्र इंटर कॉलेज केंद्र से हुई। दरअसल अंग्रेजी की परीक्षा के लिए परीक्षार्थी केंद्र पर पहुंच गए थे। दो बजे से होने वाली परीक्षा का समय भी हो रहा था। पर मुख्य द्वार बंद रहा जिससे छात्र कॉलेज के बाहर चिलचिलाती धूप में खड़े रहे। काफी देर बाद शिक्षक बाहर निकले और परीक्षा अपरिहार्य कारणों से निरस्त होने की सूचना दी जिस पर परीक्षार्थी उत्तेजित हो गए और हंगामा करने लगे। हंगामा होते देख प्रधानाचार्य बाहर आए और छात्रों को समझाने का प्रयास किया फिर भी वो नहीं माने तो पुलिस को बुलाना पड़ा और पुलिस ने छात्रों को समझा कर किसी तरह शांत किया। ऐेसे ही राजकीय क्वींस इंटर कॉलेज, जेपी मेहता इंटर कॉलेज, कटिंग मेमोरियल के बाहर भी काफी देर तक छात्रों का जमावड़ा लगा रहा।
परीक्षा केंद्रों पर तैनात की गई फोर्स इस बीच जिले के सभी 131 परीक्षा केंद्रों पर एहतियातन सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई। वहीं कलेक्टर व कमिश्नर राजकीय क्वींस कॉलेज में बने जिला स्तरीय कंट्रोल रूम पहुंचे और व्यवस्था का जायजा लिया।
42 हजार परीक्षार्थियो में निराशा बता दें कि वाराणसी के 131 परीक्षा केंद्रों पर बुधवार की दूसरी पाली में कुल 42 हजार परीक्षार्थियों को परीक्षा देनी थी। अचानक रद हुई परीक्षा से इन परीक्षार्थियों में निराशा के भाव स्पष्ट झलक रहे थे। दरअसल परीक्षार्थियों की चिंता का सबब ये रहा कि उन्हें इस पेपर के लिए फिर से तैयारी करनी होगी।