जानकारी के मुताबिक चौबेपुर खुर्द दलित इलाके के युवक होली खेलने दूसरे बस्ती में जा रहे थे। पंडित दीनदयाल योजना के तहत लगाए गए बिजली के नए खंभों और जमीन तक लटके ही नहीं फेले तारों में छात्र अनुज और चंदन झूलेने लगे। हाथ में करंट आने पर साथ में जा रहे लोगों ने युवकों को बचाने का प्रयास किया, लेकिन 22 वर्षीय सूरज , 16 वर्षीय आकाश व 13 वर्षीय अनुज झुलस गए। चंदन की हालत गंभीर होने पर उसे वाराणसी हॉस्पिटल लाया गया जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बिना ही लाश को गोमती किनारे पानी में बहा दिया। घटना की जानकारी मिलने पर अजगरा पुलिस मौके पर पहुंची। अनुज के पिता सुरेंद्र राम राजगीर का कार्य करते हैं
हादसे के बाद मचा हाय तोबा आनन-फानन में परिजनों ने बहवाई लाश
बिजली के करंट से हुए हादसे के बाद परिजनों के सुध-बुध खोने दिया। इस पर बस्ती के लोगों ने छात्र की लाश गोमती में बहा दी। पांच घंटे बाद घटना की जानकारी पर पहुंची चोलापुर पुलिस ने लास की तलाश शुरू की तो परिजनों ने बताया कि लाश गोमती में प्रवाहित कर दी गई है। इस पर पुलिस का कहना है कि यदि लाश होती तो उसका पोस्टमार्टम कराकर उसे उचित मुआवजा दिलाया जाता। लेकिन कुछ लोगों ने कहा कि लास फूंकी नहीं गई है गोमती में प्रवाहित की गई है, यदि संभव हो तो लाश को निकाल कर पोस्टमार्टम कराया जा सकता है लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो पाया है।
बिजली के करंट से हुए हादसे के बाद परिजनों के सुध-बुध खोने दिया। इस पर बस्ती के लोगों ने छात्र की लाश गोमती में बहा दी। पांच घंटे बाद घटना की जानकारी पर पहुंची चोलापुर पुलिस ने लास की तलाश शुरू की तो परिजनों ने बताया कि लाश गोमती में प्रवाहित कर दी गई है। इस पर पुलिस का कहना है कि यदि लाश होती तो उसका पोस्टमार्टम कराकर उसे उचित मुआवजा दिलाया जाता। लेकिन कुछ लोगों ने कहा कि लास फूंकी नहीं गई है गोमती में प्रवाहित की गई है, यदि संभव हो तो लाश को निकाल कर पोस्टमार्टम कराया जा सकता है लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो पाया है।
पोस्टमार्टम होने पर मिल जाता उचित मुआवजा
लाश को निकालकर पोस्टमार्टम कराने पर परिजनों को बिजली विभाग से उचित मुआवजा मिल सकता है। घटना के बाद राजनीतिक दलों ने भी उस पर टिप्पणी शुरू की है। स्थानीय लोगों का मानना है कि बिजली विभाग की लापरवाही से हादसा हुआ है। यदि बिजली का तार जमीन पर नहीं फैला होता तो छात्र की मौत नहीं होती। ऐसे में सीधे तौर पर जिम्मेदार बिजली महकमा है। परिजनों को उचित मुआवजा मिलना चाहिए। घटना की जानकारी मिलने पर पूर्व सांसद रामकिशुन यादव ने कहा कि इस मामले को उच्च अधिकारियों तक लाकर परिवार को उचित मुआवजा दिलाया जाएगा।
लाश को निकालकर पोस्टमार्टम कराने पर परिजनों को बिजली विभाग से उचित मुआवजा मिल सकता है। घटना के बाद राजनीतिक दलों ने भी उस पर टिप्पणी शुरू की है। स्थानीय लोगों का मानना है कि बिजली विभाग की लापरवाही से हादसा हुआ है। यदि बिजली का तार जमीन पर नहीं फैला होता तो छात्र की मौत नहीं होती। ऐसे में सीधे तौर पर जिम्मेदार बिजली महकमा है। परिजनों को उचित मुआवजा मिलना चाहिए। घटना की जानकारी मिलने पर पूर्व सांसद रामकिशुन यादव ने कहा कि इस मामले को उच्च अधिकारियों तक लाकर परिवार को उचित मुआवजा दिलाया जाएगा।
पुलिस ने नहीं की कोई अब तक कार्रवाई
घटना के मामले में संज्ञान में आने के बाद भी पुलिस ने अपने स्तरपर कोई कार्रवाई नहीं की है। इस मामले में स्थानीय पुलिस का कहना है कि लास न होने की वजह से कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है।
घटना के मामले में संज्ञान में आने के बाद भी पुलिस ने अपने स्तरपर कोई कार्रवाई नहीं की है। इस मामले में स्थानीय पुलिस का कहना है कि लास न होने की वजह से कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है।