बता दें कि पिछले सप्ताह से ही विश्वविद्यालय में चीफ प्रॉक्टर प्रो रोयाना सिंह के विरुद्ध अभियान शुरू किया है। यहां यह भी बता दें कि नर्सिंग कोर्सेज की मान्यता की मांग को लेकर छात्र व छात्राएं आईएमएस के सामने धरना दे रहे थे तभी चीफ प्रॉक्टर वहां पहुंचीं और उन्होंने कई छात्राओं को थप्पड़ मारे, कइयों को घसीट कर हटाने की कोशिश की। कहा तो यहां तक जा रहा है कि जिस एक छात्रा को चीफ प्रॉक्टर ने थप्पड़ मारा था उसके कान के पर्दे में चोट लगी है, उसमें छिद्र हो गया है। इस मामले ने ज्यादा ही तूल पकड़ लिया है।
इसी प्रकरण को लेकर छात्राएं शनिवार को लंका थाने पर चीफ प्रॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने पहुंची थीं, लेकिन तहरीर देन के बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ उसके बाद छात्र-छात्राओं ने थाने पर काफी देर तक हंगामा भी किया था। उन्होंने रविवार अवकाश के दिन कुलपति आवास घेरने की कोशिश भी की थी। हालांकि खबर लीक होने के बाद वीसी आवास के इर्द-गिर्द सुरक्षा बढा दी गई थी।
अब इस मामले में बीएचयू छात्र परिषद के अंतिम सचिव विकास सिंह के नेतृत्व में एनएसयूआई की टीम सोमवार को पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत पहुंची एसएसपी दफ्तर। उन्होंने एसएसपी को पत्रक सौंपते हुए चीफ प्रॉक्टर के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने का अनुरोध किया। उन्होंने आंदोलनरत छात्र-छात्राओँ पर चीफ प्रॉक्टर द्वारा मारने-पीटने का आरोप लगाया।
एसएसपी से मिलने गए छात्रों में विकास सिंह, रामजी पांडेय, आकाश कुमार सिंह, त्रिपाठी, पुष्पराज पांडेय, जितेंद्र मिश्र आदि शामिल थे। इस बीच एनएसयूआई ने सोमवार की शाम चीफ प्रॉक्टर को हटाने की मांग को लेकर बीएचूय गेट से मशाल जुलूस निकालने की भी घोषणा की है।