पूरे जिले में जनता से लॉकडाउन का पालन कराया जा रहा है। जो नहीं मान रहा उस पर लाठियां भी खूब बरस रही हैं। दवा की दुकान सहित शर्तों के साथ कुछ और ज़रूरी दुकानें खोलने के आदेश हुए हुए हैं। भीड़ न लगे इसके लिए लॉकडाउन से पहले ही चाय की दुकान बंद करा दी गई थीं। लेकिन पुलिस को लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग से कोई सरोकार नहीं है। इसका जीता जागता उदाहरण तब मिला जब रविवार शाम पुलिस वाले कोतवाली चौराहे पर मौजूद एक चाय की दुकान पर पहुंच गए। चाय वाले को कहीं से पकड़ कर लाया गया। फिर उससे दुकान खोलवाई गई। चाय बनाने से संबंधित समान इकठ्ठा करने के बाद सभी ने चाय बनवाई। फिर वहीं मेला लगाकर चाय की चुस्की लेने लगे। यहां से चाय बना कर कोतवाली के भीतर भी भेजी गई।
लॉकडाउन है, इसलिए डीएम घर से लेकर चलते हैं चाय ज़िलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह भले ही लॉकडाउन का पालन कर मिसाल पेश कर रहे हों, लेकिन पुलिस विभाग ने उनके नक्शे कदम पर न चलने की ठान ली है। दरअसल लगातार काम करने के लिए डीएम खुद घर से चाय बनवाकर साथ रख लेते हैं। उनको पता है कि लॉकडाउन में दुकानें बंद रहेंगी। चाय की जरूरत को पूरा करने के लिए पहले से ही व्यवस्था दुरुस्त कर घर से निकलते हैं।