शिक्षकों को मिली मोहल्ला स्कूल की कमान, मेरा घर मेरा स्कूल योजना पूरे जनपद में लागू
- लॉकडाउन में शिक्षा की धीमी रफ्तार को तेज करने के लिए मोहल्ला स्कूल की कवायद शुरू
- शिक्षकों ने संभाली मोहल्ला स्कूल की कमान
- मेरा घर मेरा विद्यालय योजना पूरे जनपद में हुई लागू

वाराणसी. लॉकडाउन से स्कूल बंद होने के कारण शिक्षा प्रभावित हुई है। कुछ ही महीनों में परीक्षाएं भी शुरू होने वाली हैं। ऐसे में समय पर कोर्स खत्म करना बड़ी चुनौती बन गया है। हालांकि, ऑनलाइन क्लासेस का एक बेहतर विकल्प के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है लेकिन तकनीकी दिक्क्तों के चलते इसमें भी परेशानी आ ही रही है। ऐसे में शिक्षकों ने दूसरा रास्ता अपनाते हुए 'मोहल्ला स्कूल' की शुरूआत की है। जनपद वाराणसी में विद्यालय बंद होने के कारण नवनियुक्त शिक्षकों को मोहल्ला स्कूल से जोड़ा गया है। इसमें शिक्षक गांव-गांव जाकर बच्चों को उनके मोहल्ले या एक स्थायी निवास पर पढ़ाएंगे।
मेरा घर मेरा स्कूल पूरे जनपद में लागू
परिषदीय विद्यालयों में तमाम बच्चों के पास स्मार्ट मोबाइल फोन और टीवी नहीं है। आर्थिक संसाधन के अभाव में ऐसे बच्चों को अब तक ऑनलाइन क्लास से नहीं जोड़ा जा सका है। वहीं दूसरी ओर जूनियर हाईस्कूल स्तर के विद्यालय अब भी बंद चल रहे हैं। इसे देखते हुए परिषदीय विद्यालयों कई शिक्षकों ने गांवों में टोली बनाकर बच्चों को पढ़ाना शुरू किया है। इसके सकारात्मक परिणाम को देखते हुए बीएसए राकेश सिंह ने 'मेरा घर मेरा स्कूल' योजना पूरे जनपद में लागू कर दी है। सभी शिक्षकों को विद्यालय के आस-पास 10-10 बच्चों को टोली बनाकर पढ़ाने का निर्देश दिया गया है। मोहल्ला स्कूल में अध्यापन कार्य ही नवनियुक्त शिक्षकों का प्रोबेशन पीरियड माना जाएगा।
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