ऐसे है लाभदायक
हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन नामक तत्व एक एंटी−डायबिटीक इफेक्ट छोड़ता है। दरअसल, यह रक्त में शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है, जिससे व्यक्ति मधुमेह से आसानी से लड़ सकता है। एक शोध में भी यह बात साबित हुई है कि करक्यूमिन ग्लूकोज लेवल को कम करता है और मधुमेह व उससे संबंधित परेशानियों को कम करता है।
आंवला और हल्दी
आंवला और हल्दी का मिश्रण मधुमेह को नियंत्रित करता है। आंवला को हाई ब्लड शुगर लेवल को कम करने के लिए एक प्राकृतिक उपचार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसमें क्रोमियम पाया जाता है, जो कार्बोहाइडेट मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करता है और शरीर की कोशिकाओं को इंसुलिन के प्रति अधिक संवेदनशील बनाता है। साथ ही आंवला मधुमेह रोगियों के कोलेस्टॉल लेवल को भी सही बनाए रखता है, जिससे मधुमेह रोगी को डायबिटीक संबंधी कोलेस्टॉल समस्याएं नहीं होती। इसके इस्तेमाल के लिए दो चम्मच आंवला का रस लेकर उसमें एक चुटकी हल्दी मिलाएं और प्रतिदिन सुबह इसका सेवन करें।
दालचीनी और हल्दी
दालचीनी भी मधुमेह रोगियों के लिए लाभकारी मानी गई है। इसे हल्दी के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए एक चुटकी दालचीनी पाउडर व हल्दी को अपनी मील का हिस्सा बनाएं या फिर आप दालचीनी और हल्दी को दूध में मिलाकर सुबह इसका सेवन कर सकते हैं।
हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन नामक तत्व एक एंटी−डायबिटीक इफेक्ट छोड़ता है। दरअसल, यह रक्त में शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है, जिससे व्यक्ति मधुमेह से आसानी से लड़ सकता है। एक शोध में भी यह बात साबित हुई है कि करक्यूमिन ग्लूकोज लेवल को कम करता है और मधुमेह व उससे संबंधित परेशानियों को कम करता है।
आंवला और हल्दी
आंवला और हल्दी का मिश्रण मधुमेह को नियंत्रित करता है। आंवला को हाई ब्लड शुगर लेवल को कम करने के लिए एक प्राकृतिक उपचार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसमें क्रोमियम पाया जाता है, जो कार्बोहाइडेट मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करता है और शरीर की कोशिकाओं को इंसुलिन के प्रति अधिक संवेदनशील बनाता है। साथ ही आंवला मधुमेह रोगियों के कोलेस्टॉल लेवल को भी सही बनाए रखता है, जिससे मधुमेह रोगी को डायबिटीक संबंधी कोलेस्टॉल समस्याएं नहीं होती। इसके इस्तेमाल के लिए दो चम्मच आंवला का रस लेकर उसमें एक चुटकी हल्दी मिलाएं और प्रतिदिन सुबह इसका सेवन करें।
दालचीनी और हल्दी
दालचीनी भी मधुमेह रोगियों के लिए लाभकारी मानी गई है। इसे हल्दी के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए एक चुटकी दालचीनी पाउडर व हल्दी को अपनी मील का हिस्सा बनाएं या फिर आप दालचीनी और हल्दी को दूध में मिलाकर सुबह इसका सेवन कर सकते हैं।