ये भी पढ़ें- BHU चीफ प्रॉक्टर पर गौरव के हत्यरोपी का पोस्ट वायरल करने का आरोप, पोस्ट में लिखी है ये बात बता दें कि गौरव हत्या कांड़ में पिता राकेश सिंह ने लंका थाने में चीफ प्रॉक्टर प्रो रोयाना सिंह, छात्र मंगलम सिंह, आशुतोष त्रिपाठी, रूपेश तिवारी और विनय के खिलाफ नामजद और तीन अन्य अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। लंका पुलिस ने गुरुवार को मंगलम व आशुतोष को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जबकि रूपेश तिवारी से काफी देर तक पूछ-ताछ की। फिर उसे अस्पातल भेज दिया गया।
बता दें कि मंगलवार की शाम बिड़ला छात्रावास के गेट पर दोस्तों संग बातचीत कर रहे एमसीए के छात्र गौरव को बाइक सवार बदमानों ने गोलियों से छलनी कर दिया था। साथ छात्रो ने उसे ट्रामा सेंटर में भर्ती करया था जहां आधी रात बाद करीब डेढ बजे गौरव की इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
ये भी पढ़ें-BHU- बदमाशों की गोलीबारी से घायल MCA छात्र गौरव की इलाज के दौरान मौत आधी रात बाद करीब डेढ़ बजे उसकी मौत हो गई। मौत की सूचना पाते ही साथी छात्रों के साथ अन्य स्टूडेंट बीएचयू ट्रामा सेंटर में जुट गए। छात्रों के गुस्से को देखते हुए मौके पर पुलिस के साथ ही पीएसी और पैरामिलिट्री फोर्स को भी बुला लिया गया था। गौरव सिंह की मौत की पुष्टि विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर ने की थी। इसके बाद मौके पर मौजूद डीएम और एसएसपी ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरने की प्रक्रिया शुरू कराई। इस मामले में पुलिस में बीएचयू परिसर के अंदर से चार युवकों को हिरासत में लिया है। माना जा रहा है कि गौरव पर गोली चलाने वाले दो युवकों सहित इस हत्याकांड में कुछ और लोग भी शामिल हैं। पूरी रात परिरस तनाव कायम रहा।
ये भी पढ़ें- BHU में सुरक्षा ताख पर, हॉस्टल के गेट पर छात्र को मारी गोली, गंभीर विश्वविद्यालय के इतिहास में परिसर में तीसरी हत्या बता दें कि विश्वविद्यालय के इतिहास में यह तीसरा मामला है जब किसी छात्र की परिसर में हत्या की गई है। इससे पहले 1972 में आईटी छात्र और छात्रसंघ अध्यक्ष रहे बीएचयू ब्लू से सम्मानित संतोष कपूरिया की हत्या ब्रोचा छात्रावास के सामने हुई थी। कपूरिया को चाकू मारा गया था। फिर 1983-84 में छात्र इंद्रसेन की रुइया छात्रावास में गोली मार कर हत्या की गई थी।
कैंडिल मार्च निकाल रहे छात्रों को हॉस्टल भेजा इस बीच गुरुवार की शाम लालबहादुर शास्त्री छात्रावास में रहने वाले छात्रों ने गौरव की याद में कैंडिल मार्च निकालने की कोशिश की। लेकिन पुलिस प्रशासन के लोगों ने छात्रों को समझा कर छात्रावास लौटा दिया।