scriptबिना वजह रेमडेसिविर दवा लिखने वालों पर कसेगा शिकंजा, वाराणसी में दो अस्पतालों को मिला नोटिस | Two Hospital Gets Notice for Prescribe remdesivir without Reason | Patrika News

बिना वजह रेमडेसिविर दवा लिखने वालों पर कसेगा शिकंजा, वाराणसी में दो अस्पतालों को मिला नोटिस

locationवाराणसीPublished: Apr 24, 2021 02:38:48 pm

वाराणसी में जिला प्रशासन ने दवाओं और ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने वालों पर कार्यवाही शुरू कर दी है। इसके अलावा बेवजह रेमडेसिवीर इंजेक्शन (Remedisvir Injection) लिखने वालों को भी प्रशासन ने चेतावनी दी है। ऐसा करने पर दो अस्पतालों को नोटिस भी दी गई है।

remedisvir

रेमडेसिवीर (प्रतीकात्मक)

पत्रिका न्यूज नेटवर्क

वाराणसी. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में मचे हाहाकार के बीच एक तरफ जहां वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की किल्लत है तो वहीं रेमडेसिवीर इंजेक्शशन की भी शाॅर्टेज का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि रेमडेसिवीर की किल्लत की एक वजह दवा को लेकर मनमानी और कालाबाजारी भी है। अब प्रशासन ने इसको लेकर सख्ती करना शुरू कर दिया है। वाराणसी में जिला प्रशासन ने मनमाने तौर से रेमडेसिवीर इंजेक्शन (Remedisvir Injection) लिखने और इसकी कालाबाजारी करने वालों पर सख्ती शुरू कर दी है। डीएम ने सख्त चेतावनी दी है बेवजह रेमडेसिविर इंजेक्शन लिखने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। बनारस के दो अस्पतालों शुभम और पाॅपुलर हाॅस्पिटल को इसके लिये नोटिस भी भेजा गया है।


डीएम कौशलराज शर्मा ने स्पष्ट कहा है कि कोई भी अस्पताल इंजेक्शन लिखने से पहले ये सुनिश्चित कर ले कि यह अति आवश्यक है। उन्होंने कहा है कि रेमडेसिवीर की अस्पतालों में डिमांड ज्यादा आ रही है। जरूरी है कि सप्लाई के सापेक्ष डिमांड की जाए। बताया कि कई बड़े अस्पतालों में नेबुलाइजर मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे मरीजों में सुधार है। निर्देश दिया है कि अस्पतालों को यह बताया जाय कि अपने यहां भी नेबुलाइजर मशीन का इस्तेमाल करें। जिलाधिकारी ने बताया कि अस्पताल के अलावा घरों पर करीब 1000 मरीज आईसोलेट हैं। शहर में कुल 43 अस्पतालों में 1900 बेड है।


जिलाधिकारी ने बड़े अस्पतालों में कोविड हेल्पडेस्क खोले जाने की जरूरत पर देते हुए कहाकि इससे परिजन अपने मरीजों का हाल जान सकेंगे। शवों को अस्पताल और घरों से श्मशान घाट तक पहुंचाने की व्यवस्था कराई गई है। आबादी से हटकर अलग से शवों के दाह संस्कार का भी इंतजाम किया गया है। डीएम की बैठक में मौजूद नगर आयुक्त ने जानकारी दी कि शवों को ले जाने के लिये टोल फ्री नंबर 180018055697 और हेल्पलाइन नंबर 05422221942 भी जारी किया गया है। जो भी चाहे इसकी मदद ले सकता है।

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