डीएम कौशलराज शर्मा ने स्पष्ट कहा है कि कोई भी अस्पताल इंजेक्शन लिखने से पहले ये सुनिश्चित कर ले कि यह अति आवश्यक है। उन्होंने कहा है कि रेमडेसिवीर की अस्पतालों में डिमांड ज्यादा आ रही है। जरूरी है कि सप्लाई के सापेक्ष डिमांड की जाए। बताया कि कई बड़े अस्पतालों में नेबुलाइजर मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे मरीजों में सुधार है। निर्देश दिया है कि अस्पतालों को यह बताया जाय कि अपने यहां भी नेबुलाइजर मशीन का इस्तेमाल करें। जिलाधिकारी ने बताया कि अस्पताल के अलावा घरों पर करीब 1000 मरीज आईसोलेट हैं। शहर में कुल 43 अस्पतालों में 1900 बेड है।
जिलाधिकारी ने बड़े अस्पतालों में कोविड हेल्पडेस्क खोले जाने की जरूरत पर देते हुए कहाकि इससे परिजन अपने मरीजों का हाल जान सकेंगे। शवों को अस्पताल और घरों से श्मशान घाट तक पहुंचाने की व्यवस्था कराई गई है। आबादी से हटकर अलग से शवों के दाह संस्कार का भी इंतजाम किया गया है। डीएम की बैठक में मौजूद नगर आयुक्त ने जानकारी दी कि शवों को ले जाने के लिये टोल फ्री नंबर 180018055697 और हेल्पलाइन नंबर 05422221942 भी जारी किया गया है। जो भी चाहे इसकी मदद ले सकता है।