बता दें कि शहर के चौराहों-तिराहे पर तैनात सिपाही रात गहराते ही या तो अवैध वसूली में व्यस्त हो जाते हैं या फिर आराम करने लगते हैं। इसका खुलासा गुरुवार की रात आईजी रेंज के औचक निरीक्षण में हुआ। इस दौरान ट्रक रोक कर अवैध वसूली कर रहे दो सिपाही निलंबित कर दिए गए जबकि आराम फरमा रहे 10 सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया गया।
वहीं, रात 12:50 बजे के लगभग आईजी रेंज ने चेक कराया तो शहर क्षेत्र में सिर्फ सीओ चेतगंज सत्येंद्र तिवारी अपनी सर्किल में भ्रमणशील मिले और बाकी अन्य चार सीओ का जवाब नहीं मिला। इसे लेकर आईजी रेंज ने सीओ दशाश्वमेध, भेलूपुर, कैंट और कोतवाली से स्पष्टीकरण तलब किया है।
आईजी रेंज दीपक रतन गुरुवार आधी रात बाद गश्त और पिकेट ड्यूटी चेक करने निकले थे। उन्होंने बताया कि इस दौरान मंडुवाडीह थाने के कांस्टेबल कमल कुमार मौर्या और सुमित राय को मंडुवाडीह क्षेत्र में ट्रक रोक कर अवैध वसूली में लिप्त देख दोनों को निलंबित कर दिया गया। इसी तरह सारनाथ थाने के कांस्टेबल विनोद यादव व रामप्रकाश यादव, आदमपुर थाने के कांस्टेबल विसेंद्र यादव व रामशीष, कोतवाली थाना के कांस्टेबल श्रीराम कुमार व चंद्रप्रकाश और लंका थाने के शैलेंद्र कुमार सिंह, विक्रम सिंह आजाद, अशोक कुमार यादव व राणा प्रताप सिंह आराम करते मिले। इन सभी को आईजी रेंज ने लाइन हाजिर कर दिया। आईजी रेंज ने बताया कि इन खामियों के अतिरिक्त शहर की अन्य पिकेट और गश्त ड्यूटी सही मिली। कहा कि पुलिसकर्मी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाहन पूरी ईमानदारी से करें। अन्यथा जिले में कहीं भी अवैध वसूली का मामला आया तो सिपाहियों को बख्सा नहीं जाएगा।