शुक्रवार को एमओयू पर हस्ताक्षर के दौरान संस्थान के निदेशक प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन, शोध एवं विकास कार्य अधिष्ठाता प्रोफेसर राजीव प्रकाश, यूनीवर्सटी ऑफ मलयेशिया के कुलपति डॉ. डैंग मोहम्मद नासिर बिन डैंग इब्राहिम, जुलियस मैक्सीमीलियंस यूनीवर्सटी, उर्जबर्ग के निदेशक डॉ योर्ग गैंगनागल और साउथ एशिया इंस्टीट्यूट रूपरेक्ट-काल्र्स-यूनीवर्सटी, हेडेलबर्ग, जर्मनी के निदेशक डॉ उटे हस्कन उपस्थित रहे।
संस्थान और तीन विश्वविद्यालयों के बीच करार होने से संस्थान के शिक्षकों और शोध छात्रों को काफी फायदा मिलेगा। तीनों विश्वविद्यालयों और संस्थान में एक ही विषय पर होने वाले शोध कार्यों में बेहतर नतीजों के लिए शिक्षक और छात्र तीनों विश्वविद्यालयों में से कहीं भी जा कर रिसर्च कर सकेंगे और वहां के छात्र और शिक्षक भी संस्थान में आकर शोध कर सकेंगे। यही नहीं, शोध छात्रों को ज्वाइंट पीएचडी की सुविधा भी दी जाएगी।