पहली बार लाइव स्ट्रीमिंग होगी दुबे ने पत्रिका से खास बातचीत में बताया कि परीक्षा की शुचिता कायम रखने के लिए यूपी बोर्ड पिछले तीन-चार साल से निरंतर प्रयासरत है। इसके तहत इस दफा पहली बार लाइव स्ट्रीमिंग होगी। इसके माध्यम से लखनऊ स्थित राज्य मुख्यालय से ही पूरे प्रदेश की परीक्षा का संचालन होगी। प्रदेश मुख्यालय पर बने नियंत्रण कक्ष में तैनात अधिकारी और कर्मचारी पल-पल की निगाह रखेंगे। कहीं किसी स्तर पर गड़बड़ी पाई गई तो वो तत्काल सेक्टर मजिस्ट्रेट और विभागीय अधिकारियों को मौके पर भेज कर गड़बड़ी दूर कराने की हिदायत दी जाएगी। इसको प्रदेश को मंडलवार विभाजित कर अधिकारियों की तैनाती की जाएगी।
ये भी पढ़ें- UP board exam 2020: पहली बार नकल के लिए पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की जिम्मेदारी तय, होंगे दंडित सभी वरिष्ठ शिक्षा अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है उन्होंने बताया कि शिक्षा निदेशालय स्तर से सभी वरिष्ठ अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। वो परीक्षा भर जिलों का भ्रमण करते रहेंगे। एक-एक जिले की रिपोर्ट तैयार की जाएगी। कहा कि हर हाल में नकल विहीन परीक्षा करानी है।
कक्ष निरीक्षण को सेवा निवृत्त शिक्षकों का बना है पूल
कक्ष निरीक्षकों की स्थिति पर कहा कि माध्यमिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों के अलावा बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों को भी लगाया जाएगा। साथ ही सेवानिवृत्त शिक्षकों का भी पूल बनाया गया है, उन्हें भी जरूरत के मुताबिक कक्ष निरीक्षण में लगाया जाएगा। बताया कि कक्ष निरीक्षण में उन्हें ही लगाया जाएगा जिनकी छवि अच्छी हो।
4 रंग की होंगी उत्तर पुस्तिकाएं दुबे ने बताया कि पिछले साल कई जगह से शिकायत मिली थी कि कई केंद्रों पर बाहर लिखी उत्तर पुस्तिकाएं बंडल में डाल कर बोर्ड को भेजी गईं। ऐसे में इस दफा एक तो 4 रंग की उत्तर पुस्तिकाएं तैयार की गई हैं। इसमें भी हाईस्कूल और इंटर के लिए अलग-अलग रंग की कापियां होंगी। इसके अलावा यूनीक आईडी होगी हर उत्तर पुस्तिका की ताकि पुरानी या बाहर बाजार से छपी उत्तर पुस्तिकाओं पर रोक लगाई जा सके।
एनसीईआरटी के मुताबिक ट्रेंड किए जा रहे शिक्षक एक सवाल के जवाब में उन्होंने स्वीकार किया कि परीक्षा की गुणवत्ता से ज्यादा जरूरी शिक्षा की गुणवत्ता है। लिहाजा उसे भी दुरुस्त करने का प्रयास किया जा रहा है। बताया कि यूपी बोर्ड ने एनसीईआरटी को एडॉप्ट कर लिया है, ऐसे में अब उसके अनुरूप पढाई भी हो उसकी खातिर शिक्षकों को ट्रेनिंग देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इतना ही नहीं, सीबीएसई की तर्ज पर पेपर सेटिंग का पैटर्न एडॉप्ट करने की भी तैयारी चल रही है और अगले साल से प्रश्नपत्रों का पैटर्न भी अपडेट हो जाएगा।
शिक्षकों की कमी के बाबत कहा कि शिक्षा आयोग को अधियाचन भेज दिया गया है। प्रयास है कि जल्द से जल्द हर विद्यालय को जरूरत के मुताबिक शिक्षकों की नियुक्ति कर दी जाए। कहा कि जब तक प्रेश नियुक्ति नहीं होती तब तक रिटायर शिक्षकों का पूल बनाया गया है। उसके माध्यम से टीचर भेजे जा रहे हैं।