छात्राएं रहीं आगे
इस बार हाईस्कूल में 72,27 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं, जबकि छात्राओं का पास प्रतिशत 78.36 है। वहीं इंटर में 67.36 प्रतिशत लड़के जबकि 78.44 प्रतिशत लड़कियां पास हुईं है। लड़कियों का उत्तीर्ण प्रतिशत इस बार भी लड़कों से ज्यादा है।
इस बार हाईस्कूल में 72,27 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं, जबकि छात्राओं का पास प्रतिशत 78.36 है। वहीं इंटर में 67.36 प्रतिशत लड़के जबकि 78.44 प्रतिशत लड़कियां पास हुईं है। लड़कियों का उत्तीर्ण प्रतिशत इस बार भी लड़कों से ज्यादा है।
11 लाख 17 हजार छात्रों ने छोड़ दी परीक्षा
बता दें कि,इस बार हाईस्कूल और बारहवीं की परीक्षा के लिए 66.37 लाख परीक्षार्थी पंजीकृत हुए थे, जिसमें से 11 लाख 17 हजार छात्रों ने बीच में ही परीक्षा छोड़ दी। वहीं 2017 में कुल इंटर में 26 लाख 54 हजार चार सौ 92 छात्र पंजीकृत हुए थे, जिसमें से एक लाख 32 हजार चार सौ 75 छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी थी, जिसमें से 82 प्रतिशत पास हुए थे। 2017 के 10वीं में 34 लाख 15 सौ ग्यारह छात्र पंजीकृत हुए थे, जिसमें से चार लाख 19 छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी थी। साथ ही 81.18 प्रतिशत छात्र पास हुए थे।
बता दें कि,इस बार हाईस्कूल और बारहवीं की परीक्षा के लिए 66.37 लाख परीक्षार्थी पंजीकृत हुए थे, जिसमें से 11 लाख 17 हजार छात्रों ने बीच में ही परीक्षा छोड़ दी। वहीं 2017 में कुल इंटर में 26 लाख 54 हजार चार सौ 92 छात्र पंजीकृत हुए थे, जिसमें से एक लाख 32 हजार चार सौ 75 छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी थी, जिसमें से 82 प्रतिशत पास हुए थे। 2017 के 10वीं में 34 लाख 15 सौ ग्यारह छात्र पंजीकृत हुए थे, जिसमें से चार लाख 19 छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी थी। साथ ही 81.18 प्रतिशत छात्र पास हुए थे।
2017 में कुछ ऐसा था परिणाम
2017 में 10वीं में फतेहपुर से तेजस्वी ने बाजी मारी थी। 95.83 फीसदी अंक से टाप किया था और इंटरमीडिएट में प्रियांशी तिवारी ने टॉप किया था। प्रियांशी ने 96.2 फीसदी अंक प्राप्त किया था। 2017 हाईस्कूल में कुल 81.43 प्रतिशत बच्चे उत्तीर्ण हुए थे, जिसमें छात्रों का प्रतिशत 76.75 और छात्राओं का रिजल्ट 86.50 प्रतिशत था। इसी प्रकार 2017 इंटरमीडिएट का रिजल्ट 82.84 प्रतिशत था। इसमें 77.16 प्रतिशत छात्र व 88.80 प्रतिशत छात्राएं सफल हुई थीं।
अंजलि के पिता हैं किसान
अम्बेडकर नगर की रहने वाली अंजलि के पिता आशाराम वर्मा किसान हैं। वह अपने भाइयों के साथ इलाहाबाद में रहती है। अंजलि की मां चक्रवर्ति वर्मा टीचर हैं। अंजलि इंजिनियर बनना चाहती है।
अम्बेडकर नगर की रहने वाली अंजलि के पिता आशाराम वर्मा किसान हैं। वह अपने भाइयों के साथ इलाहाबाद में रहती है। अंजलि की मां चक्रवर्ति वर्मा टीचर हैं। अंजलि इंजिनियर बनना चाहती है।
2016 में कुछ ऐसा था परिणाम वहीं साल 2016 की बात करें तो उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद 10वीं के रिजल्ट में लड़कियां लड़कियों से आगे रहीं थीं। ओवरआल 87.66 प्रतिशत हाईस्कूल का रिजल्ट था। 2016 में 10वीं में लड़कियों का पास प्रतिशत 91.11 था तो लड़कों का 84.82 था। 2016 में ही ओवरआल इंटर का रिजल्ट 87.99 प्रतिशत था।2016 में इंटर में लड़कियों का पास प्रतिशत 92.48, जबकि 84.35 प्रतिशत लड़के पास हुए थे।
यूपी बोर्ड परीक्षाफल में पिछले छह सालों में इंटर के रिजल्ट में जहां हर बार काफी उतार चढाव होता रहा वहीं हाईस्कूल का परिणाम हर साल 80 फीसदी से ऊपर रहा। डालते हैं पिछले सात साल के परीक्षा परिणाम पर नजर।
हाईस्कूल परीक्षा परिणाम वर्ष कुल उत्तीर्ण प्रतिशत छात्र छात्राएं 2017 81.43 76.75 86.50 2016 87.66 84.82 91.11 2015 83.74 79.73 88.34 2014 86.71 83.25 90.86 2013 86.63 82.87 91.25
2012 83.75 79.61 88.95
इंटर मीडिएट परीक्षा परिणाम वर्ष कुल उत्तीर्ण प्रतिशत छात्र छात्राएं 2017 82.84 77.16 88.80 2016 87.99 84.35 92.48 2015 88.83 85.91 92.16 2014 92.21 89.81 95.13
इंटर मीडिएट परीक्षा परिणाम वर्ष कुल उत्तीर्ण प्रतिशत छात्र छात्राएं 2017 82.84 77.16 88.80 2016 87.99 84.35 92.48 2015 88.83 85.91 92.16 2014 92.21 89.81 95.13
2013 92.68 89.79 96.32 2012 89.40 84.73 95.52 (सभी आंकड़ें प्रतिशत में)