इस बार कांवड़ यात्रा को लेकर तो अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है। श्रावण मास में काशी में भी कांवरियों का रेला उमड़ता है। पूरे पूर्वांचल और बिहार व पड़ोसी एमपी व झारखंड तक से शिवभक्त बाबा दरबार में जल चढ़ाने आते हैं। हालांकि कोरोना के चलते बीते साल कांवड़ यात्रा स्थगित थी। केवल शहर के लोगों को ही कोविड प्रोटोकाॅल के तहत बाबा के दर्शन की अनुमति थी। हालांकि इस साल अभी तक न तो यूपी सरकार की ईर से और न ही स्थानीय वाराणसी प्रशासन की ईर से कांवड़ यात्रा को लेकर कोई दिशा-निर्देश जारी हुए हैं।
बताते चलें कि उत्तराखंड सरकार ने आधिकारिक रूप से घोषणा कर दी है कि बीते साल की तरह इस साल भी कांवड़ यात्रा स्थगित रहेगी। इस वर्ष श्रावण मास यानि सावन का महीना 25 जुलाई 2021 से शुरू होकर 22 अगस्त 2021 को समाप्त होगा। पहला सोमवार 26 जुलाई को और अंतिम सोमवार 16 अगस्त को पड़ेगा।