यूपी में वाराणसी ही है जहां के मतदाता तीन सांसद चुनते हैं, वे वाराणसी के साथ चंदौली और मछलीशहर की नुमाइंदगी करने वालों के चयन में भी इस जिले मतदाताओं की अहम् भूमिका होगी।
वाराणसी जिले के तीन लोकसभा क्षेत्रों के 28 लाख 29 हजार 203 मतदाता, 12 और 19 मई को मतदान करेंगे। इसमें वाराणसी लोकसभा क्षेत्र की पांच, चंदौली की दो और मछलीशहर की एक विधानसभा शामिल हैं। शहर उत्तरी, शहर दक्षिणी, कैंटोन्मेंट, रोहनियां और सेवापुरी विभासभा क्षेत्र के कुल 17,96,930 वोटर वाराणसी का सांसद चुनेंगे। इसी तरह चंदौली का नुमाइंदा चुनने में अजगरा और शिवपुर विधानसभा के कुल 6,94,723 मतदाताओं की मुख्य भूमिका होगी। पिंडरा विधानसभा के कुल 3,47,550 मतदाता मछलीशहर का जनप्रतिनिधि चुनने के लिए मतदान करेंगे।
2014 में तीनों सीटों की स्थिति वाराणसी में मोदी-केजरीवाल में मुकाबला वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र हैं। लोकसभा चुनाव 2014 में भाजपा प्रत्याशी के रूप में नरेंद्र मोदी ने ताल ठोकी थी। आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी अरविंद केजरीवाल को हराकर पहली बार वह सांसद बने। मोदी को 581022 मत मिला, जबकि 209238 लोगों ने केजरीवाल को वोट दिया।
बनारस संसदीय क्षेत्र के मतदाता 2014 में कुल मतदाता थे 17,66,487 2019 में कुल मतदाता 17,96,930 वाराणसी लोकसभा में आने वाले विस क्षेत्रों की मौजूदा स्थिति रोहनिया-3,83,068 उत्तरी-3,90,243 दक्षिणी-2,84,408
कैंट-4,11,569 सेवापुरी- 3,27,643 चंदौली की रण में थे महेंद्र-अनिल चंदौली से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय सांसद हैं। पिछले चुनाव में बतौर भाजपा उम्मीदवार महेंद्र नाथ पांडेय ने बसपा उम्मीदवार अनिल मौर्य को हराया था। महेंद्र को 4,14,135 मत मिले थे, जबकि अनिल 257379 वोट।
चंदौली में आने वाले विस क्षेत्रों की वर्तमान स्थिति
अजगरा-3,44,480 शिवपुर-3,50,243 मछलीशहर में निषाद-सरोज में टक्कर मछलीशहर सुरक्षित सीट है. 2014 में यहां से भाजपा के रामचरित्र निषाद ने 4,38,210 मत पाकर बाजी मारी थी. उन्होंने बसपा उम्मीदवार बीपी सरोज को हराया था. जिसे 2,66,055 वोट मिले थे।
मछलीशहर में आने वाले विस क्षेत्र की वर्तमान स्थिति पिंडरा-3,47,550
बनारस से पूर्व में जीते बड़े नेता
2014- नरेंद्र मोदी
2009- डॉ मुरली मनोहर जोशी
1991-श्रीष चंद्र मिश्रा
1989- अनिल शास्त्री
1984- श्याम लाल यादव
1980-पंडित कमलापति त्रिपाठी
1971- प्रो राजाराम शास्त्री
प्रमुख जातीय समीकरण
वैश्य -तकरीबन 2.50 लाख
ब्राह्मण – तकरीबन 2.50 लाख
मुस्लिम -तकरीबन 1.75 लाख
भूमिहार – तकरीबन 1.50 लाख
राजपूत -तकरीबन 60,000
यादव – तकरीबन 1.25 लाख
पटेल -तकरीबन 1.50 लाख
दलित – 80 हजार
अन्य पिछड़ी जातियां – तकरीबन 2.50 से 3.00 लाख