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लोकतंत्र का महापर्व- जानिए यूपी के इस जिले को, क्या है खासियत

locationवाराणसीPublished: Mar 14, 2019 11:59:06 am

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

वाराणसी एक मात्र ऐसा जिला है जो एक दो नहीं, तीन-तीन सांसद चुनता है। प्रदेश के चुनिंदा जिलों में ही है…

लोकसभा चुनाव 2019

लोकसभा चुनाव 2019

डॉ अजय कृष्ण चतुर्वेदी


वाराणसी. बनारस, काशी, वाराणसी, सिर्फ धर्म, संस्कृति और शिक्षा के लिए ही नहीं जाना जाता। इसकी कई अन्य खूबियां भी हैं, जो इसे यूपी के अन्य शहरों से खास बनाती हैं। यही एक ऐसा जिला है जहां मां गंगा की दिशा बदल गई है। यहां वह उत्तर वाहिनी हो गई हैं। ये तो हुई धर्म की बात इसके अलावा ये भगवान बुद्ध की कर्म स्थली भी रही है, तो कबीर और रैदास भी यहीं रहे। गोस्वामी तुलसी दास ने यहीं राम चरित मानस की रचना की। बनारसी साडी तो यहां की पहचान है। लकड़ी के खिलौनों के लिए यह जिला दुनिया में मशहूर है। फिर ये शहर सियासी दृष्टि से भी खासा मायने रखता है। यही वो जिला है जिसने देश को दो-दो प्रधानमंत्री दिए। यही वह जिला है जहां के सूरमा ने देश की सबसे शक्तिशाली प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को शिकस्त दी, भले ही इसके लिए उन्हें रायबरेली से चुनाव लड़ना पड़ा या कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा। इसके अलावा भी एक ऐसी खासियत है जो यूपी के कुछ चुनिंदा जिलों में ही है। वो है यहां तीन-तीन संसदीय क्षेत्र होना।
यूपी में वाराणसी ही है जहां के मतदाता तीन सांसद चुनते हैं, वे वाराणसी के साथ चंदौली और मछलीशहर की नुमाइंदगी करने वालों के चयन में भी इस जिले मतदाताओं की अहम् भूमिका होगी।
वाराणसी जिले के तीन लोकसभा क्षेत्रों के 28 लाख 29 हजार 203 मतदाता, 12 और 19 मई को मतदान करेंगे। इसमें वाराणसी लोकसभा क्षेत्र की पांच, चंदौली की दो और मछलीशहर की एक विधानसभा शामिल हैं। शहर उत्तरी, शहर दक्षिणी, कैंटोन्मेंट, रोहनियां और सेवापुरी विभासभा क्षेत्र के कुल 17,96,930 वोटर वाराणसी का सांसद चुनेंगे। इसी तरह चंदौली का नुमाइंदा चुनने में अजगरा और शिवपुर विधानसभा के कुल 6,94,723 मतदाताओं की मुख्य भूमिका होगी। पिंडरा विधानसभा के कुल 3,47,550 मतदाता मछलीशहर का जनप्रतिनिधि चुनने के लिए मतदान करेंगे।
2014 में तीनों सीटों की स्थिति

वाराणसी में मोदी-केजरीवाल में मुकाबला

वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र हैं। लोकसभा चुनाव 2014 में भाजपा प्रत्याशी के रूप में नरेंद्र मोदी ने ताल ठोकी थी। आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी अरविंद केजरीवाल को हराकर पहली बार वह सांसद बने। मोदी को 581022 मत मिला, जबकि 209238 लोगों ने केजरीवाल को वोट दिया।
बनारस संसदीय क्षेत्र के मतदाता

2014 में कुल मतदाता थे 17,66,487

2019 में कुल मतदाता 17,96,930

वाराणसी लोकसभा में आने वाले विस क्षेत्रों की मौजूदा स्थिति

रोहनिया-3,83,068

उत्तरी-3,90,243

दक्षिणी-2,84,408
कैंट-4,11,569

सेवापुरी- 3,27,643

चंदौली की रण में थे महेंद्र-अनिल

चंदौली से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय सांसद हैं। पिछले चुनाव में बतौर भाजपा उम्मीदवार महेंद्र नाथ पांडेय ने बसपा उम्मीदवार अनिल मौर्य को हराया था। महेंद्र को 4,14,135 मत मिले थे, जबकि अनिल 257379 वोट।
चंदौली में आने वाले विस क्षेत्रों की वर्तमान स्थिति
अजगरा-3,44,480

शिवपुर-3,50,243

मछलीशहर में निषाद-सरोज में टक्कर

मछलीशहर सुरक्षित सीट है. 2014 में यहां से भाजपा के रामचरित्र निषाद ने 4,38,210 मत पाकर बाजी मारी थी. उन्होंने बसपा उम्मीदवार बीपी सरोज को हराया था. जिसे 2,66,055 वोट मिले थे।
मछलीशहर में आने वाले विस क्षेत्र की वर्तमान स्थिति

पिंडरा-3,47,550


बनारस से पूर्व में जीते बड़े नेता
2014- नरेंद्र मोदी
2009- डॉ मुरली मनोहर जोशी
1991-श्रीष चंद्र मिश्रा
1989- अनिल शास्त्री
1984- श्याम लाल यादव
1980-पंडित कमलापति त्रिपाठी
1971- प्रो राजाराम शास्त्री
प्रमुख जातीय समीकरण
वैश्य -तकरीबन 2.50 लाख
ब्राह्मण – तकरीबन 2.50 लाख
मुस्लिम -तकरीबन 1.75 लाख
भूमिहार – तकरीबन 1.50 लाख
राजपूत -तकरीबन 60,000
यादव – तकरीबन 1.25 लाख
पटेल -तकरीबन 1.50 लाख
दलित – 80 हजार
अन्य पिछड़ी जातियां – तकरीबन 2.50 से 3.00 लाख
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