तय किये गए हैं दो मुख्य स्थान डीएम ने थानों को सख्त निर्देश दिया है कि किसी हाल में श्रमिकों-कामगारों को पैदल न चलने दें। उन्हें डिस्पैच सेंटर लाएं और वहां से गाड़ियों के माध्यम से घर तक पहुंचाएं। उन्होंने बताया कि पहला स्थान प्रयागराज रोड पर मदर लैंड पब्लिक स्कूल के सामने तय किया गया है। सड़क की सर्विस लेन पर टेंट लगाकर प्रवासी लोगों को रोकने की व बसों से अन्य जनपदों व प्रदेशों को भेजने की व्यवस्था लागू कराई गई है। रोटेशन की वजह से बसों का इंतजार करना आवश्यक होगा। उस दशा में सभी लोग मदरलैंड पब्लिक स्कूल के हाल तथा कक्षाओं में रखे जाएंगे। प्रवासियों के लिए भोजन की व्यवस्था भी किए जाने के निर्देश हैं।
दूसरा स्थान गाजीपुर रोड पर संदहा चौराहे के निकट गोपाल मंडपम तय किया गया है। यहां भी टेंट आदि की व्यवस्था की जा चुकी है, भोजन का प्रबंध फूड सेफ्टी की फ़ूड पैकेट वितरण व्यवस्था के माध्यम से कराया गया है। इन दोनों स्थानों पर 8 घंटे की तीन शिफ्ट में ड्यूटी लगा दी गई है। यहां पर जिन बसों से प्रवासी लोगों को भेजा जाएगा उनका नंबर, यात्री संख्या आदि नोट किए जाएंगे।
जिले के अन्य फीडर सेंटर सभी थानों के अलावा मिर्जामुराद में किसान इंटर कॉलेज, काशी इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, फूलपुर में नेशनल इंटर कॉलेज, हरहुआ में गोकुलधाम चार फीडर स्टेशन बनाये गए है जहां पर प्रवासी लोगों को इकट्ठा किया जाएगा और फीडर बस के माध्यम से उपरोक्त दोनों डिस्पैच सेंटर पर भेजा जाएगा। इन फीडर सेंटर पर भी शिफ्टवार ड्यूटी लगाई गई है।