एक्सप्रेस-वे के बनने से कई जिलों को फायदा काशी-कोलकाता एक्सप्रेस-वे बिहार में करीब 159 किमी तक होगी जो कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद और गया होकर बंगाल में प्रवेश करेगी। कैमूर में 52 किमी, रोहतास में 36 किमी, औरंगाबाद में 38 किमी और गया में 33 किमी होकर सड़क गुजरेगी। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से पूर्वांचल के व अन्य जिलों को फायदा मिलेगा। पूर्वांचल के चंदौली जिले के साथ-साथ रांची, बोकारो, औरंगाबाद, भभुआ, सासाराम, पुरुलिया को अच्छी कनेक्टिविटी मिलेगी।
कई प्रोजेक्ट्स को हरी झंडी दरअसल, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बिहार में सड़कों का जाल बिछाने के लिए लगातार कई प्रोजेक्ट्स को हरी झंडी दिखा रहे हैं। जानकारी के लिए बता दें कि गाजीपुर-आरा-पटना एक्सप्रेस-वे और वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेस-वे को आरा रिंग रोड से जोड़ने के अलावा दानापुर-बिहटा, बिहटा, कोईलवर फोरलेन का निर्माण दिसंबर 2021 तक जोड़ा जाएगा। इसके साथ-साथ कोईलवर आरा और आरा-बक्सर फोरलेन जून 2022 करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।