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इटली की महिला पत्रकार फ्रांसेस्का मरीनो के आरोपों को वाराणसी पुलिस ने बताया निराधार

locationवाराणसीPublished: Jun 28, 2019 07:59:03 pm

Submitted by:

Akhilesh Tripathi

फ्रांसेस्का ने भेलुपुर थाने की पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए ट्वीट किया कि पुलिस मामले को खत्म करने के लिये राम से पैसे की मांग की

Bhelupur Police

भेलुपुर पुलिस

वाराणसी. पुलिस को कटघरे में खड़ा करने वाली इटली की महिला पत्रकार फ्रांसेस्का मरीनो के मामले में पुलिस ने जांच शुरू की, जांच के बाद पुलिस ने मामले को निराधार बताया है । सीओ भेलूपुर ने आरोपों की सच्चाई जानने को इटालियन पत्रकार के गोद लिए राम के परिजनों से बातचीत की, राम की पत्नी अंजू गुप्ता का बयान दर्ज किया गया ।
यह है मामला
पत्रकार फ्रांसेस्का मरीनो के अनुसार उन्होंने बनारस के एक परिवार के दो बच्चों राम और संध्या को गोद लिया था और उन्हें इटली लेकर आईं। उनकी सहमति नहीं होने के बाद भी राम ने बनारस में ही शादी की, मगर उसकी पत्नी ने इटली जाने से मना कर दिया। कुछ दिन बाद राम की पत्नी के परिजनों ने कहा कि पैसे मिल जाएं तो वह तलाक दे देगी, मगर इस पर भी बात नहीं बनीं। युवती के परिवार वालों ने राम को परेशान किया तो उन्होंने भेलूपुर थाने में संपर्क किया। फ्रांसेस्का ने भेलुपुर थाने की पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए ट्वीट किया कि पुलिस मामले को खत्म करने के लिये राम से पैसे की मांग की और परिजनों से बदसलूकी की और उसे एफआईआर की कॉपी तक नहीं दी गई । जिसके बाद फ्रांसेस्का मरीनो ने वाराणसी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कई ट्वीट किये थे। इस ट्वीट में गृह मंत्री अमित शाह को भी टैग किया गया था ।
वहीं इस मामले में अंजू गुप्ता का कहना है कि उसके साथ ज्यादती हो रही। शादी के 10 से 15 दिनों तक रहने के बाद मेरे पति राम इटली चले गये और यहां ससुराल में मुझे परेशान किया जाने लगा। शिकायत करने पर पांच लाख रुपये, बाइक की मांग की गई जिसके बाद वह भेलूपुर थाने गई, वहां सुनवाई नहीं हुई तो अधिकारियों से गुहार लगाई। मामले में दहेज उत्पीड़न समेत कई गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है ।

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