मुठभेड़ के बाद एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि, मोनू ने पिछले 9 दिनों में एक के बाद एक कई अपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया था। इनमें मुख्य रूप से तीन हत्या की घटनाएं शामिल हैं। मोनू चौहान ने घड़ी व्यापारी की हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद पुलिस ने मामले की जांच की तो मोनू चौहान का नाम सामने आया। मोनू को सनी गिरोह का शार्प शूटर माना जाता था। मोनू पर पहले 50000 हजार का इनाम था। लगातार अपराध और दुस्साहस को देखते हुए इनाम की राशि बढ़ाकर 1 लाख रुपए कर दी गई।
एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि, मुखबिर से पता चला कि मोनू बनारस सीमा के लालपुर रोड पर अपने साथी अनिल के साथ जाने वाला है। सूचना मिलते ही क्राइम ब्रांच और पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर चेकिंग शुरू कर दी। तभी एक बाइक सवार पर संदेह हुआ जैसे ही पुलिस करीब पहुंची तो बदमाशों ने फ़ायरिंग शुरू कर दी। इसमें दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में मोनू को गोली लग गयी और साथी अनिल भागने में कामयाब हुआ। घायल बदमाश मोनू को पुलिस अस्पताल लेकर आई जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी।