मुम्बई से चली ट्रेन में जौनपुर के बदलापुर इलॉके का रहने वाला दशरथ अपने भाई लालमणि प्रजापति के साथ श्रमिक एक्सप्रेस से घर वापस जा रहा था। बुधवार सुबह ट्रेन बनारस के मंडुवाडीह स्टेशन पहुंची तो भाई लालमणि ने दशरथ को जगाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं उठा। स्टेशन पर मौजूद रेलवे पुलिस को इसकी सूचना दी गई। पता चला कि उसकी मौत हो गई है। उसी बोगी में एक दूसरी बर्थ पर बैठे एक और युवक को गंभीर हालात ट्रेन से निकाला गया। सूचना के बाद पहुंचे बीएचयू अस्पतालकर्मियों ने पीपीई किट पहनकर शव को निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इस मौत से रेलवे प्रशासन में हड़कम्प मचा है।
मंगलवार की रात मुम्बई से दरभंगा (बिहार) जा रही श्रमिक स्पेशल में यात्रा कर रहे शोभनकुमार निवासी जनकपुर, नेपाल की तबियत गाज़ीपुर के पास बिगड़ने लगी। बलिया स्टेशन पर उसे ट्रेन से अस्पताल पहुंचाया, जहां रात करीब एक बजे उसकी मौत हो गई। वहीं सूरत (गुजरात) से हाजीपुर (बिहार) जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन में 58 वर्षीय भूषण सिंह निवासी बंशी छपरा, थाना एकमा, जिला सारण, बिहार) की भी मौत हुई थी।