सीवर ओवरफ्लो हो रहा था :- मामला यह था कि वाराणसी के वार्ड नंबर 79 में पिछले काफी समय से सीवर के पानी की वजह से लोग परेशान हैं। पानी के ओवर फ्लो की शिकायत पार्षद से की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। तब से जनता ने पार्षद को सबक सिखाने के लिए योजना बनाई और ताक में बैठ गए कि कब पार्षद इधर से गुजरे और हिसाब किताब लिया जाए।
ताक में बैठ गए बस मिल गया मौका :- मौका आ गया, शुक्रवार को इलाके के पार्षद तुफैल अंसारी पकड़ में आ गए। फिर क्या था इलाकाई जनता ने उन्हें धर पकड़ा। और घुटने तक भरे सीवर के पानी के बीच कुर्सी रख बांधकर उस पर बिठा दिया। अब पार्षद की बुद्धि ठिकाने आई और जनता से गुहार करने लगे।
सिर्फ आश्वासन ही आश्वासन मिल रहा था :- भीड़ में मौजूद हाजी अहमदुल्लाह अंसारी ने बताया, “हमारे क्षेत्र में जल जमाव की समस्या एक महीने से ज्यादा हो गई, सीवर का पानी निकल नहीं रहा है। यहां तक कि अधिकारियों से शिकायत की पर थोड़ा टाइम लगेगा-थोड़ा टाइम लगेगा, यह कह काम को आगे बढ़ा देते थे। हमारे बच्चे बीमार पड़ रहे हैं हमारे यहां गंदगी की भरमार है। हम लोग पार्षद जी से भी कई बार कहा पर वो आश्वासन दे रहे थे कि दो दिन में हो जाएगा, दो दिन में हो जाएगा। आज जब हद हो गई है, तो आज मकबूल हसन अंसारी साहब के नेतृत्व में हम लोगों ने पार्षद जी को उसी पानी में बांध दिया कि समझें कि केवल आश्वासन से काम नहीं होगा।”
पक्के आश्वासन के बाद छोड़े गए पार्षद :- पार्षद को बंधक बनाए जाने की बात सुन कर जब मीडिया के लोग वहां पहुंचे तो पार्षद ने बताया कि सीवर की समस्या को उन्होंने कई बार नगर निगम के अधिकारियों, महाप्रबंधक, सचिव और जिम्मेदार लोगों के सामने उठाया है लेकिन उनकी भी सुनवाई नहीं हुई। हालांकि पार्षद ने स्थानीय लोगों को नगर निगम की सहायता से सीवर की समस्या हल कराने का एक बार फिर भरोसा दिया। सूचना पर प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और भुक्तभोगी जनता को भरोसा दिलाया कि उनकी समस्या को जल्द हल किया जाएगा। इसके बाद लोगों के तेवर कुछ नरम पड़े और उन्होंने बंधक बनाए गए पार्षद को छोड़ दिया।