बांसुरी
बांसुरी वास्तु दोष से दूर करने में बहुत ही कारगर है। आर्थिक समस्याओं से मुक्ति के लिए व्यक्ति को चांदी की बांसुरी घर में रखना चाहिए। आप चाहें तो सोने की भी बांसुरी रख सकते हैं। वास्तुशास्त्र में कहा गया है कि सोने की बांसुरी घर में रखने से घर में लक्ष्मी का वास बना रहता है। अगर सोने अथवा चांदी का बांसुरी रखना संभव नहीं हो तो बांस से बनी बांसुरी घर में रख सकते हैं। इससे भी वास्तु दोष दूर होता है और धन आगमन के स्रोत बनने लगते हैं। शिक्षा, व्यवसाय या नौकरी में बाधा आने पर शयन कक्ष के दरवाजे पर दो बांसुरियों को लगाना शुभ फलदायी होता है।
बांसुरी वास्तु दोष से दूर करने में बहुत ही कारगर है। आर्थिक समस्याओं से मुक्ति के लिए व्यक्ति को चांदी की बांसुरी घर में रखना चाहिए। आप चाहें तो सोने की भी बांसुरी रख सकते हैं। वास्तुशास्त्र में कहा गया है कि सोने की बांसुरी घर में रखने से घर में लक्ष्मी का वास बना रहता है। अगर सोने अथवा चांदी का बांसुरी रखना संभव नहीं हो तो बांस से बनी बांसुरी घर में रख सकते हैं। इससे भी वास्तु दोष दूर होता है और धन आगमन के स्रोत बनने लगते हैं। शिक्षा, व्यवसाय या नौकरी में बाधा आने पर शयन कक्ष के दरवाजे पर दो बांसुरियों को लगाना शुभ फलदायी होता है।
नृत्य करते गणेश जी की प्रतिमा
गणेश जी यूं तो हर रुप में मंगलकारी हैं। लेकिन धन और सुख में बाधा को दूर करने के लिए नृत्य करती हुई गणेश जी की प्रतिमा घर में रखना बहुत ही शुभ होता है। गणेश जी की ऐसी प्रतिमा को इस प्रकार रखना चाहिए कि घर के मुख्य द्वार पर गणेश की जी दृष्टि रहे। प्रतिमा नहीं होने पर तस्वीर भी लगा सकते हैं।
मां लक्ष्मी की तस्वीर
देवी लक्ष्मी की तस्वीर या मूर्ति आपके घर में जरुर होगी लेकिन धन में वृद्घि के लिए लक्ष्मी के साथ घर में कुबेर की मूर्ति या तस्वीर जरुर होनी चाहिए। क्योंकि लक्ष्मी धन का सुख देती हैं लेकिन आय के बिना धन का सुख संभव नहीं है। आय कुबेर महाराज प्रदान करते हैं। इसलिए दोनों एक दूसरे के पूरक माने जाते हैं। कुबेर महाराज उत्तर दिशा के स्वामी हैं इसलिए इन्हें हमेशा उत्तर दिशा में ही रखें।
दक्षिणवर्ती शंख
वास्तु विज्ञान के अनुसार शंख में वास्तु दोष दूर करने की अद्भुत क्षमता है। जहां नियमित शंख का घोष होता वहां के आस-पास की हवा भी शुद्घ और सकारात्मक हो जाती है। शास्त्रों में कहा गया है जिन घरों में देवी लक्ष्मी के हाथों में शोभा पाने वाला दक्षिणवर्ती शंख होता है वहां लक्ष्मी स्वयं निवास करती हैं। ऐसे घर में धन संबंधी परेशानी कभी नहीं आती है। इस शंख को लाल कपड़े में लपेटकर पूजा स्थान में रखना चाहिए और नियमित इसकी पूजा करनी चाहिए।
एकाक्षी नारियल
नारियल को श्रीफल कहा गया है। श्री का अर्थ होता है लक्ष्मी इसलिए नारियल को देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है। इनमें एकाक्षी नारियल बहुत ही शुभ होता है। जिस घर में इसकी नियमित पूजा होती है वहां नकारात्मक शक्तियां नहीं ठहरती हैं। घर में दिनानुदिन उन्नति होती रहती है। लोग खुशहाल रहते हैं।