एक लाख रुपये रिश्वत न देने पर पुलिस चौकी में युवक की पिटाई मामले में ग्रामीणों का कोर्ट जाने का अल्टीमेटम
- ग्रामीणों ने पुलिस द्वारा युवक की बेरहमी से पिटाई के मामले पर एसएसपी को सौंपा था ज्ञापन
-एक लाख रुपये रिश्वत नहीं दिया तो पुलिस चौकी में युवक को बेरहमी से पीटने का मामला
-एसएसपी ने पुलिस उप निरीक्षक को किया है लाइन हाजिर

वाराणसी. रोहनिया थाना के कचनार निवासी सन्नी पटेल नामक युवक के पुलिस को रिश्वत न देने पर राजातालाब पुलिस चौकी में बेरहमी से की गई पिटाई के मामले में त्वरित कार्रवाई न होने खिन्न ग्रामीणों ने कोर्ट जाने की चेतावनी दी है। बता दें कि यह घटना 4 जुलाई की रात की है और अगले ही दिन पत्रिका ने इसे विस्तार से प्रकाशित किया था। उसके बाद एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने उप निरीक्षक दिलेश कुमार सरोज को लाइन हाजिर कर दिया था। लेकिन ग्रामीण इतने भर से संतुष्ट नहीं है।
ग्रामीणों का कहना है कि केवल एक पुलिसकर्मी को लाइन हाजिर कर, शेष छ: पुलिसकर्मी और चौकी इंचार्ज त्रिवेणी सिंह को बचाया जा रहा है। प्रतिनिधिमंडल ने चेतावनी दिया है कि अगर जल्द संबंधित दोषी पुलिसकर्मी व चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर उनके खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज नहीं किया गया तो हम आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। अन्यथा न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे। पूरे मामले को सीएम योगी, डीजीपी, एडीजी, आईजी, एसएसपी, डीएम, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, पिछड़ा वर्ग आयोग को भी मेल ट्वीट करके अवगत कराकर दोषियों को दंडित करने की मांग की गई है।
ये भी पढें- एक लाख रुपये रिश्वतत नहीं दिया तो पुलिस चौकी में युवक को बेरहमी से पीटा
बता दें कि 4 जुलाई की रात रोहनिया थाने के राजातालाब पुलिस चौकी में पुलिस कर्मियों ने कचनार निवासी सन्नी पटेल की बेरहमी से पिटाई की थी। इस घटना से न केवल पीड़ित परिवार बल्कि पूरे गांव में आक्रोश था। पीड़ित सन्नी पटेल और उसके परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों ने आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। शुक्रवार को प्रतिनिधि मंडल ने कचहरी में एसएसपी कार्यालय मे ज्ञापन भी सौंपा था। इस दौरान प्रतिनिधि मंडल ने सन्नी पटेल की राजातालाब पुलिस चौकी में की गई प्रताड़ना जिसके चलते युवक के गंभीर रूप से घायल होने पर अपनी नाराजगी जताई थी और ज्ञापन सौंप कर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
प्रतिनिधिमंडल का कहना था कि पीड़ित और उसका परिवार शांतिप्रिय और समाज की सेवा भी करता है। लेकिन पुलिस अपने स्वार्थ के लिए शांतिप्रिय और समाजसेवी युवक का उत्पीड़न कर रही है। सन्नी पटेल को झूठे आरोप में जबरिया रात को घर से उठाकर मारते पीटते हुए पुलिस चौकी लाया गया और उसका शारीरिक व मानसिक उत्पीड़न भी किया गया जिसके कारण वह गंभीर रूप से घायल हो गया है। उन्होंने राजातालाब पुलिस चौकी प्रभारी पर सन्नी से एक लाख रुपये की रिश्वत मांगने का भी आरोप लगाया था।
एसएसपी से प्रतिनिधि मंडल ने मांग की थी है कि सन्नी पटेल पर बर्बरता पूर्वक कार्रवाई करने वाले में जो पुलिसकर्मी दोषी है उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करके उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। साथ ही रोहनियां की राजातालाब पुलिस चौकी की पुलिस ने राजातालाब व्यापार मंडल का स्वयंभू अध्यक्ष क्षेत्र का माना जाना हिस्ट्रीशीटर दिलीप स्वर्णकार उर्फ बुधनी जिसके दबाब में सन्नी पटेल को उठाया उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई हो। एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वस्त किया था कि इस मामले में निष्पक्ष जांच चल रही है और जो दोषी है उनके खिलफ़ कार्रवाई हो कर रहेगी।
प्रतिनिधिमंडल में अधिवक्ता अभिषेक दुबे, सुरेश राठौर, संतोष कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता, जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि योगीराज सिंह पटेल, भोला पटेल, मनोज पटेल, सुनील पटेल, विवेक पटेल, अरविंद विश्वकर्मा, सुजीत पटेल, विजय शंकर जायसवाल पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष लोहिया कॉलेज, बबलू कुमार पटेल, सोनू पटेल, अशोक कुमार पटेल, मनीष शर्मा, क्षेत्र पंचायत सदस्य कंचन वर्मा, बबलू सिंह, मुन्ना सोनकर, मनोज पांडेय आदि शामिल रहे।
अब पाइए अपने शहर ( Varanasi News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज