बीएचयू छात्र नेता आशुतोष सिंह की गिरफ्तारी के खिलाफ छात्र लामबंद हो गए। छात्रों ने सिंह द्वार बंद कर नारेबाजी शुरू कर दी। छात्रों ने एक प्राइवेट बस में आग लगाई।बीएचयू विश्वस्थ मंदिर के बाहर खड़ी गाड़ियों व एटीएम का शीशा तोड़ा गया। अराजक तत्त्वों के डर से सभी दुकाने बंद हो गयी हैं। बीएचयू (BHU) में मरीजों के तीमारदारों की दर्ज़नो गाड़ियों को तोड़ा उग्र छात्रों ने।
बता दें कि पिछले करीब महीने भर से आशुतोष सिंह का मामला चर्चा में है। सबसे पहले आईआईटी बीएचयू में सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने समर्थकों संग हंगामा किया। इतना ही नहीं बीएचयू की चीफ प्रॉक्टर प्रो रोयाना सिंह से भी उनकी तू-तू, मैं-मैं हुई। इसके बाद एक मामला आईआईटी बीएचयू के निदेश के फेसबुक अकाउंट से छात्रों को गाली गलौज का मामला सामने आया जिसे लेकर काफ हंगामा हुआ। बाद में निदेशक प्रो.राजीव संगल ने उसे फेक अकाउंट करार दिया साथ ही लंका थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
यह मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था सरसुंदर लाल चिकित्सालय के चिकित्साधीक्षक के साथ फोन पर गाली गलौज, रात में घर पर पेट्रोल बम से हमला हुआ। इस मामले में चिकित्साघीक्षक डॉ ओपी उपाध्याय ने लंका थाने में मुकदमा दर्ज कराया। हालांकि फोन पर गाली गलौज और उसके बाद डॉ उपाध्याय के एसएमएस को लेकर छात्रों की ओर से लंका थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई। बताया जा रहा है कि अब पुलिस ने बुधवार की सुबह आशुतोष को हिरासत में ले लिया और उन्हें थाने ले आई। इसकी सूचना मिलते ही आशुतोष के समर्थक उग्र हो गए और जम कर तोड़-फोड़, आगजनी की।