यह सही है कि निर्वाचन आयोग के निर्देशों के मुताबिक कोई भी आदमी निर्धारित मानक का झंडा लगा सकता है। लेकिन कोई नंबर प्लेट ही भाजपा के झंडे में रंगवा दे, यह तो ट्रैफिक नियमों का भी उल्लंघन है। लेकिन इस तरह की चीजों पर कोई रोक-टोक नहीं है।
ये भी पढ़ें- जानिए जब लोकसभा चुनाव में यूपी से इस राष्ट्रीय पार्टी का खाता भी नहीं खुला था यह हाल तब है जब जिला प्रशासन कानून व्यवस्था एवं यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए महीनों से युद्ध स्तर पर जुटा है। शहर को जाम के झाम से मुक्त कराने के लिए रोज नए-नए नियम लागू किए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि किसी भी चौराहे पर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन के नंबर प्लेट की फोटो खिंच जा रही है, आरटीओ के माध्यम से चालान काट कर वाहन चालक के घर भेजा जा रहा है। पर ऐसी बाइक जिसका नंबर बीजेपी के झंडे के रंग में रंगी की ओर खुफिया निगाह भी नहीं पहुंच रही है।
ये भी पढ़ें- यूपी की सियासत में सपा-बसपा ने राष्ट्रीय दलों को पहुंचाया हाशिये पर, अब देखना है इनका गठबंधन क्या गुल खिलाता है… ऐसे में लोग शहर में चुनाव आचार संहिता की धज्जियां उड़ाते हुए कुछ वाहन चालक रोड पर फर्राटे मारते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसका ताजा हाल नदेसर होते हुए अंधरापुल से गुजरते हुए पुलिस बूथ के पास से गाड़ी गुजरती हुई देखी गई। इसके नंबर प्लेट पर भाजपा का झंडा बना हुआ था और उस पर नंबर लिखे हुए थे जिसे आप फोटो में साफ देख सकते हैं इसके बावजूद भी वाराणसी यातायात विभाग ऐसे वाहनों पर ठोस कार्रवाई करता नहीं दिख रहा है।
यही नहीं चौकाघाट फ्लाइओवर पर एक होर्डिंग तक लगी है जिसमें प्रधानमंत्री की तस्वीर है। मैं भी चौकीदार का स्लोगन लिखा है पर उस तरफ भी किसी का ध्यान नहीं जा रहा।