शनिवार को 10वें दिन पुर्व घोषणाअनुसार विश्वनाथ गली के दुकानदारों ने अनिश्चित कालीन क्रमिक अनशन शुरू कर दिया। क्रमिक अनशन के पहले दिन विश्वनाथ गली व्यवसायीक समिति के अध्यक्ष महेश चन्द्र मिश्र अनशन पर बैठे।
शुक्रवार को धरना स्थल पर हुई बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा करते हुए वक्ताओ ने कहा ने रेड जोन की दुकानों पर सेंधमारी की घटना के बाद लगातार नौ दिन से धरने पर है लेकिन अधिकारियों को इससे कोई मतलब नहीं। धरने के दौरान हुई वार्ता मे आए अधिकारियों ने 5 दिन मे जांचकर घटना के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया था। लेकिन निर्धारित अवधि बीत जाने के बाद भी किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में जब धरना स्थल पर वार्ता के लिए आए अधिकारियों से जानकारी के लिए जब शुक्रवार को धरना स्थल से मोबाईल पर कॉल किया गया तो किसी का मोबाईल नही उठा।
शुक्रवार को धरना स्थल पर हुई बैठक मे सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया की शनिवार से दुकानदारों का अनिश्चित कालीन धरना अनिश्चित कालीन क्रमिक अनशन में बदल लिया जाएगा। यहां के दुकानदारों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो यहां के दुकानदार अनिश्चित कालीन क्रमिक अनशन से आमरण अनशन करने को बाध्य होगे जिसकी पुरी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की होगी।
बता दें की विश्वनाथ गली के दुकानदारों ने पुरे घटनाक्रम की जानकारी पत्र द्वारा सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश सहित सभी न्यायाधीशों और उच्चन्यायालय के मुख्य न्यायाधीश व मानवाधिकार आयोग को भेज कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। आखिर किन परिस्थितियों मे अतिसंवेदनशील क्षेत्र मे एकसाथ कई दुकानो मे तोड़फोड़ हो गई, जब की इस क्षेत्र की सुरक्षा पर सरकार का हर महीने करोडों रूपये खर्च होता है और सुरक्षा की कई एजेंसीया एक साथ 24 घंटे कार्यरत हैं।
अनशन स्थल पर प्रमुख रूप से महेश चन्द्र मिश्रा सोनालाल सेठ, नवीन गिरी, किशन अग्रहरि, राजेश अग्रवाल, भानू मिश्रा, गंजानंद झा, बच्चेलाल, वैभव मिश्रा, , , चन्दन, महेश पटेल राहुल मिश्र दीपक सैनी मुकेश बैरागी विशाल यादव शान्तनू यादव, गुंजन जायसवाल आदि लोग प्रमुख रूप से शामिल थे।