सरकार और पुलिस इन दिनों बाहुबली मुख्तार अंसारी के गिरोह की कमर तोड़ने और उनके आपराधिक और आर्थिक साम्राज्य को ध्वस्त करने में जुटी है। मुख्तार गैंग और उनके करीबियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाइयां की जा रही हैं। सूबे में सरकार बदलते ही खतरा महसूस कर मुख्तार अंसारी किसी तरह धमकी के एक मामले में पंजाब की जेल में चले गए। अब पुलिस मुख्तार गैंग पर कार्रवाई करने के साथ ही मुख्तार को भी इस कार्रवाई की जद में लाना चाहती है। वारंट बी मिलने के बाद मुख्तार अंसारी को पंजाब से मऊ लाना संभव हो सकेगा। मऊ पुलिस अधीक्षक के मुताबिक दक्षिणटोला थाने में पांच जनवरी को धोखाधड़ी करने व शस्त्र अधिनियम के हतह छह अभियुक्तों पर मुकदमा दर्ज किया गया था। आरोप है कि इसके लिये विधायक का पैड इस्तेमाल किया गया था। इस मामले में सीजेएम कोर्ट से वारंट बी मिलते ही पुलिस मुख्तार को पंजाब से लाने में जुटी है।
उधर बीते पांच सितंबर को वाराणसी के अशोक विहार कालोनी निवासी मेराज अहमद ‘भाई मेराज’ पर असलहा लाइसेंस नवीनीकरण के फर्जीवाड़ा करने पर धोखाधड़ी का मुकदम दर्ज करने के बाद उसकी गिरफ्तारी के लिये पुलिस पूरी शिद्दत से लगी है। उसकी गिरफ्तारी के लिये अलग-अलग थानाक्षेत्रों में नजदीकियों के यहां छापेमारी की जा रही है। इसी क्रम में पुलिस ने मेराज के भाई सेराज को गिरफ्तार कर लिया। जैतपुरा पुलिस के मुताबिक तफ्तीश में पता चला है कि सेराज ने मेराज की भागने में मदद की थी और उसे संरक्षण दिया था। सेराज के खिलाफ संबंधित धाराआें में मुकदमा दर्ज कर इसकी जानकारी प्रयागराज पुलिस को दे दी गई।