रथयात्रा मेले के तहत भगवान जगन्नाथ का रथ रानी बाजार, कचनार, राजातालाब से होते तीन किमी लंबा रास्ता तय करता है। इस तीन किलोमीटर मार्ग में जगह जगह जानलेवा गड्ढे हैं जिनमें इकट्ठा है मल जल। इसके चलते रथ तो इन गड्ढों से गुजरेगा ही दूर दराज से मेले मे आने वाले लोगो को भी इन्हीं गड्ढों से गुजरना होगा। यहां यह भी बता दें कि इस मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा होती है। ऐसे में दुर्घटना से इंकार नहीं किया जा सकता।
मेला शुरू होने में महज तीन दिन शेष हैं पर प्रशासन की निगाह इस तरफ बिल्कुल नहीं है। दरअसल इन मार्गो के किनारे स्थित सीवर, नालो की सफाई नही होने, नालो के ढक्कन खुले होने से सड़कों की हालत खस्ता हो चली है। आम दिनों में ही हमेशा इन मार्गों पर अनहोनी की आशंका बनी रहती है फिर यह तो मेला है।
बता दें कि रानी बाजार स्थित महाराजा बलवंत सिंह विधि महाविद्यालय परिसर से रथयात्रा का शुभारंभ काशिराज परिवार के प्रतिनिधि कुंवर अनंत नारायण सिंह रथ खींचकर करते है। इस मेले मे सम्भ्रान्त लोगो के अलावा जनप्रतिनीधि, सहित प्रशासनिक अमला भी शामिल होता है। बावजूद इसके यह मार्ग दुर्दशा ग्रस्त है। स्थानीय निवासी सामाजिक कार्यकर्ता राज कुमार गुप्ता ने बताया कि इस समस्या के समाधान के लिए आलाधिकारीयों से कई बार स्थानीय लोगों व जनप्रतिनीधियो ने गुहार लगाई, आंदोलन भी किया क्षेत्रीय विधायक व नील रतन पटेल नीलू से भी अनुरोध किया गया लेकिन कुछ नही हुआ। समस्या जस की तस बनी हुई है। गुप्ता ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर कोई अनहोनी होती है तो समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।